किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध: डीके शिवकुमार

'भद्रा बांध 5 जिलों की जीवन रेखा है'

Photo: @DKShivakumar X account

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शनिवार को राज्य की जल आवश्यकताओं से संबंधित मुद्दे पर टिप्पणी की। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर कहा कि भाजपा सांसदों को राज्य की सिंचाई परियोजनाओं और अनुदानों के बारे में बोलना चाहिए।

डीके शिवकुमार ने कहा कि राज्य के भाजपा सांसद भद्रा अपर नदी परियोजना के लिए धन की मांग के मुद्दे पर चुप रहे हैं। मैंने प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और जल शक्ति मंत्री से मिलकर अनुरोध किया है।

डीके शिवकुमार ने कहा कि भद्रा बांध पांच जिलों की जीवन रेखा है और हमारी सरकार किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। किसान मेहनती व्यक्ति होता है, जो बिना वेतन, बिना सेवानिवृत्ति, बिना पेंशन के काम करता है। लोगों का कांग्रेस सरकार पर विश्वास है। हमने इस विश्वास को बनाए रखा है।

डीके शिवकुमार ने कहा कि हमारा पानी - हमारा अधिकार! साल 2010 के केडब्ल्यूडीटी आवंटन ने कृष्णा नदी के पानी में कर्नाटक के उचित हिस्से पर कोई सवाल नहीं उठाया। ट्रिब्यूनल के अपने सर्वेक्षण ने पुष्टि की है कि अलमट्टी बांध की ऊंचाई बढ़ाने से महाराष्ट्र को कोई नुकसान नहीं होगा, जिसने 15 वर्षों तक कभी कोई आपत्ति नहीं जताई। फिर भी, हमारे बार-बार अनुरोध के बावजूद, केंद्र सरकार अभी भी राजपत्र अधिसूचना को रोके हुए है।

डीके शिवकुमार ने कहा कि हमारी सरकार दृढ़ता के साथ लड़ती रहेगी और मैं भाजपा सांसदों से आग्रह करता हूं कि वे अपनी चुप्पी तोड़ें और हमारे किसानों को न्याय दिलाने और पांच जिलों की 'जीवनरेखा' की रक्षा के लिए हमारे साथ खड़े हों। कर्नाटक की जीवनरेखा राजनीति के लिए नहीं, बल्कि हमारे लोगों के लिए है।

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