अभद्र टिप्पणी मामला: मोदी बोले- 'ये गालियां सिर्फ मेरी मां का नहीं, देश की मां-बहन-बेटी का अपमान'

बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लि.का हुआ शुभारंभ

Photo: @BJP4India X account

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड का शुभारंभ किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज मंगलवार के दिन बहुत मंगल काम की शुरुआत हो रही है। बिहार की माताओं-बहनों को आज एक नई सुविधा मिलने जा रही है। 

उन्होंने कहा कि जीविका निधि साख सहकारी संघ से गांव-गांव में जीविका से जुड़ीं बहनों को अब और आसानी से पैसा मिलेगा, उन्हें आर्थिक मदद मिलेगी। इससे वे जो काम या व्यवसाय करती हैं, उसे आगे बढ़ाने में बहुत मदद मिलेगी। मुझे यह देखकर भी बहुत खुशी है कि जीविका निधि की व्यवस्था पूरी तरह डिजिटल है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत का बहुत बड़ा आधार है- भारत की सशक्त महिलाएं। महिलाओं को सशक्त करने के लिए बहुत जरूरी है कि उनकी जिंदगी से हर प्रकार की मुश्किलें कम हों, इसलिए हम माताओं-बहनों-बेटियों की जिंदगी को आसान बनाने के लिए अनेक काम कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने महिलाओं के लिए करोड़ों शौचालय बनवाए, ताकि उन्हें खुले में शौच की मजबूरी से मुक्ति मिले। हमने पीएम आवास योजना के अंतर्गत पक्के घर बनवाए और इसमें यह भी ध्यान रखा कि वो घर हो सके तो महिलाओं के नाम पर हों। महिला जब घर की मालकिन होती है तो उसकी आवाज का भी वजन बढ़ जाता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार आज मुफ्त राशन की योजना भी चला रही है। इस योजना ने हर मां को इस चिंता से मुक्ति दिलाई है कि आज घर में बच्चों का पेट कैसे भरेगा। महिलाओं की आमदनी बढ़ाने के लिए हम उन्हें लखपति दीदी, ड्रोन दीदी और बैंक सखी भी बना रहे हैं। ये सारी योजनाएं माताओं-बहनों की सेवा का एक बहुत बड़ा महायज्ञ हैं। आज इस कार्यक्रम में, मैं आपको यह भरोसा देता हूं कि आने वाले महीनों में बिहार की राजग सरकार इस अभियान को और तेज करने जा रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ दिनों बाद नवरात्र का पावन पर्व शुरू होने वाला है। पूरे देश में नवदुर्गा की पूजा होगी, यानी मां के नौ रूपों की पूजा होगी, लेकिन बिहार और पुरबिया इलाके में नवदुर्गा के साथ सतबहिनी पूजा की परंपरा भी पीढ़ियों से है। मां के रूप में सात बहनों की पूजा की परंपरा, मां के प्रति श्रद्धा और विश्वास, यह बिहार की पहचान है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के लिए मां की गरिमा, उसका सम्मान, उसका स्वाभिमान बहुत बड़ी प्राथमिकता है। मां ही तो हमारा संसार होती है, मां ही हमारा स्वाभिमान होती है। बिहार में कुछ दिनों पहले जो हुआ, उसकी मैंने कल्पना भी नहीं की थी। बिहार में राजद-कांग्रेस के मंच से मेरी मां को गालियां दी गईं। ये गालियां सिर्फ मेरी मां का अपमान नहीं हैं। ये देश की मां-बहन-बेटी का अपमान है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे पता है कि आप सबको भी यह देखकर और सुनकर कितना बुरा लगा है। मैं जानता हूं कि इसकी जितनी पीड़ा मेरे दिल में है, उतनी ही तकलीफ मेरे बिहार के लोगों को भी है, इसलिए आज जब इतनी बड़ी तादाद में बिहार की लाखों माताओं-बहनों के दर्शन मैं कर रहा हूं, तो आज मेरा मन और मैं अपना दुख आपसे साझा कर रहा हूं, ताकि आप माताओं-बहनों के आशीर्वाद से मैं इसे झेल पाऊं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने हर दिन, हर क्षण अपने देश के लिए पूरी मेहनत से काम किया है और इसमें मेरी मां की बहुत बड़ी भूमिका रही है। मुझे मां भारती की सेवा करनी थी, इसलिए मुझे जन्म देने वाली मेरी मां ने मुझे अपने दायित्वों से मुक्त कर दिया था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आप सब जानते हैं कि अब मेरी मां का शरीर तो इस दुनिया में नहीं है। कुछ समय पहले 100 साल की उम्र पूरी करके, वे हम सबको छोड़कर चली गईं। मेरी उस मां को जिसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, जिसका शरीर भी अब नहीं है, उसे राजद-कांग्रेस के मंच से भद्दी-भद्दी गालियां दी गईं। यह बहुत ही दुख, कष्ट और पीड़ा देने वाला है। उस मां का क्या गुनाह है कि उसे भद्दी गालियां सुना दी गईं?

प्रधानमंत्री ने कहा कि एक गरीब मां ऐसे ही तपकर अपने बच्चों को शिक्षा-दीक्षा देती है, ऊंचे संस्कार देती है। इसलिए मां का स्थान देवी-देवताओं से भी ऊपर माना जाता है। बिहार के ही संस्कार हैं और हर बिहारी के मुंह से तो ये बात यूं ही निकलती है- माई के स्थान, देवता पीतर से भी ऊपर होला!

प्रधानमंत्री ने कहा कि इन्हें (विपक्ष) लगता है कि कुर्सी इन्हें ही मिलनी चाहिए, लेकिन आपने, देश की जनता जनार्दन ने एक गरीब मां के कामदार बेटे को आशीर्वाद देकर प्रधानसेवक बना दिया। यह बात नामदारों को पच नहीं रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि एक गरीब मां की तपस्या, उसके बेटे की पीड़ा ये शाही खानदानों में पैदा हुए युवराज नहीं समझ सकते। ये नामदार लोग तो सोने-चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं। देश और बिहार की सत्ता इन्हें अपने खानदान की विरासत लगती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई पिछड़ा, अति-पिछड़ा आगे बढ़ जाए, यह कांग्रेस को तो कभी बर्दाश्त नहीं हुआ है। इनको लगता है, नामदारों का तो अधिकार है कामदारों को गालियां देना, इसलिए ये गालियों की झड़ी लगा देते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मां को गाली देने वाली सोच, बहन को गाली देने वाली सोच, महिलाओं को कमजोर समझती है। यह मानसिकता महिलाओं को शोषण और अत्याचार की वस्तु मानती है, इसलिए जब-जब महिला विरोधी मानसिकता को सत्ता मिली है, सबसे ज्यादा तकलीफें माताओं-बहनों-बेटियों को ही झेलनी पड़ी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि राजद के दौर में जब बिहार में अपराध और अपराधी बेलगाम थे। जब हत्या, फिरौती और बलात्कार सामान्य बात थी। राजद सरकार हत्यारों और बलात्कारियों को संरक्षण देती थी। राजद के उस राज की सबसे ज्यादा चोट किसे उठानी पड़ती थी? बिहार की महिलाओं को उठानी पड़ती थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार लंबी लड़ाई लड़कर उस अंधेरे से बाहर निकला है। राजद को हटाने और बार-बार हराने में बिहार की आप सभी महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका रही है, इसलिए, राजद हो या कांग्रेस, ये लोग आज सबसे ज्यादा आप सभी महिलाओं के प्रति भी बौखलाए हुए हैं। ये लोग आपसे बदला लेना चाहते हैं, ये मौके की तलाश में हैं, ताकि आपको सजा दे सकें।

प्रधानमंत्री ने कहा कि राजद जैसे दल कभी महिलाओं को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते और इसलिए ही ये महिला आरक्षण तक का पुरजोर विरोध करते हैं। मैं बिहार की जनता के सामने, मां को गाली देने वालों से कहना चाहता हूं। मोदी तो तुम्हें एक बार माफ कर भी देगा, लेकिन भारत की धरती ने मां का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं किया है।

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