बेंगलूरु/दक्षिण भारत। बनासवाड़ी सैन्य गैरीसन के गोरखा एंफीबियंस के सैनिकों और उनके परिवारों ने रविवार को यहां आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर में आध्यात्मिक एवं कल्याण शिविर में भाग लिया।
दिनभर के कार्यक्रमों में निर्देशित ध्यान, योग निद्रा और आश्रम भ्रमण शामिल थे, जिनका मकसद शारीरिक तत्परता के साथ मानसिक लचीलापन, तनाव प्रबंधन और भावनात्मक कल्याण को मजबूत करना था।
इसका मुख्य आकर्षण आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर के साथ बातचीत थी, जिन्होंने सशस्त्र बलों के त्याग एवं बलिदान की सराहना की। उन्होंने सद्भाव, आंतरिक शक्ति और सेवा के महत्त्व पर जोर दिया।
श्रीश्री रविशंकर ने भारतीय सशस्त्र बलों के कल्याण के प्रति आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन की प्रतिबद्धता भी दोहराई।
भारतीय सेना ऐसी पहलों का समर्थन करती है, जो शारीरिक फिटनेस को आध्यात्मिक और भावनात्मक कल्याण के साथ जोड़ती हैं तथा यह सुनिश्चित करती हैं कि सैनिक और उनके परिवार राष्ट्र की सेवा करते समय शरीर, मन और आत्मा से सदैव तत्पर रहें।