निसार उपग्रह के सफल प्रक्षेपण में सहयोग के लिए इसरो ने आईटीआई लि. की सराहना की

उपग्रह को श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया गया था

आईटीआई लि. के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजेश राय

बेंगलूरु/पलक्कड़/दक्षिण भारत। प्रमुख दूरसंचार विनिर्माण कंपनी आईटीआई लिमिटेड की इसरो ने 30 जुलाई को जीएसएलवी एफ16 के जरिए निसार उपग्रह के सफल प्रक्षेपण के लिए एवियोनिक्स सिस्टम के समयबद्ध निर्माण और विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) के सभी गुणवत्ता मानकों को पूरा करने के लिए सराहना की है।

इसरो-नासा निसार (नासा-इसरो सिंथेटिक अपर्चर रडार) उपग्रह को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया था। यह प्रक्षेपण इसरो के जीएसएलवी-एफ16 रॉकेट द्वारा किया गया, जिसने 2,393 किलोग्राम वजनी उपग्रह को सटीक रूप से इसकी निर्धारित कक्षा में स्थापित किया। 

इस उपलब्धि को इसरो ने कई साझेदारों के साथ संभव बनाया। आईटीआई लि., पलक्कड़ एक प्रमुख औद्योगिक साझेदार है, जिस पर वीएसएससी लगातार एवियोनिक्स पैकेज के निर्माण के लिए निर्भर रहा है। आईटीआई लि., पलक्कड़ द्वारा निर्मित 28 एवियोनिक्स पैकेज और 18 एचएमएसए पैकेज (हेड-एंड माउंटेड सेफ आर्म) जीएसएलवी एफ16 में निसार उपग्रह के साथ सफलतापूर्वक उड़ान भरी। यह मिशन एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि नासा और इसरो के बीच पहला संयुक्त पृथ्वी-अवलोकन मिशन है।

जीएसएलवी एफ16 में निसार उपग्रह का सफल प्रक्षेपण इसलिए महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि इस परिष्कृत पृथ्वी अवलोकन उपग्रह को नासा और इसरो द्वारा विकसित किया गया है, ताकि दोहरे-बैड रडार का उपयोग करके पृथ्वी की सतह पर होने वाले परिवर्तनों का सूक्ष्मता से अध्ययन किया जा सके और हाई स्पीड डेटा प्राप्त किया जा सके। 1.5 बिलियन डॉलर की अनुमानित लागत के साथ, निसार संभवतः दुनिया का सबसे महंगा पृथ्वी-इमेजिंग उपग्रह है।

इस अवसर पर आईटीआई लि. के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजेश राय ने कहा, 'इसरो से यह सराहना प्राप्त करना बहुत गर्व का क्षण है। हमारे पास अत्याधुनिक विनिर्माण क्षमताएं हैं और यह तथ्य कि इसरो ने लगातार आईटीआई पर अपना भरोसा जताया है, पलक्कड़ इकाई द्वारा किए जा रहे उच्च गुणवत्ता वाले कार्य का बड़ा प्रमाण है।'

उन्होंने कहा, 'आईटीआई लि. ने पहले भी इसरो को एलवीएम3 एम2/वनवेब इंडिया-1 मिशन, चंद्रयान, मंगलयान, आदित्य एल1 आदि प्रक्षेपण अभियानों में सहयोग किया है। हमें इस बात पर बहुत गर्व है कि इसरो हमें एक भरोसेमंद साझेदार के रूप में देखता है। हम इसरो के प्रतिष्ठित मानव मिशन 'गगनयान' सहित आने वाले कई अन्य मिशनों के लिए साझेदारी करने के लिए तत्पर हैं।'

उन्होंने कहा, 'निसार का यह सफल प्रक्षेपण, टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आगे बढ़ने वाले और भारत को गौरवान्वित करने वाले संगठनों की सहायता करने एवं उनके साथ साझेदारी करने की हमारी अटूट प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करता है।'

इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन समूह ईएसएई (इसरो - इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम एक्ट्यूएटर्स एंटिटी) की समूह निदेशक शीना अब्राहम ने कहा, 'उद्योगों का वीएसएससी कर्मियों को एवियोनिक्स सिस्टम के निर्माण में इसरो के मानकों का पालन करते हुए अटूट सहयोग इस संयुक्त उद्यम की सफलता में योगदान है। हम जीएसएलवी एफ16 के लिए कुछ एवियोनिक्स पैकेज के निर्माण और परीक्षण में आईटीआई, पलक्कड़ की टीम के प्रयासों की सराहना करते हैं। हम इस मिशन को बड़ी सफलता बनाने में आईटीआई की भूमिका और समर्पण की सराहना करते हैं और भविष्य के सभी उद्यमों में इसके समर्थन की उम्मीद करते हैं।'

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