हुब्बली/दक्षिण भारत। दक्षिण पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक मुकुल शरण माथुर ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यहां दपरे मुख्यालय रेल सौधा में तिरंगा फहराया। उन्होंने कहा कि दपरे ने इस क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को गति देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
महाप्रबंधक ने अपने संबोधन में कहा कि दपरे भारतीय रेलवे में सबसे सुरक्षित क्षेत्रों में से एक बना हुआ है, जहां जनवरी 2025 से शून्य परिणामी रेल दुर्घटना या एसपीएडी मामले हैं।
उन्होंने कहा कि दपरे में बुनियादी ढांचे का विकास तेज़ी से हो रहा है। जनवरी 2025 तक, 53 किलोमीटर रेल लाइनें चालू हो चुकी हैं और 94 ट्रैक किलोमीटर का विद्युतीकरण किया जा चुका है। इससे विद्युतीकृत मार्ग बढ़कर 3,303 रूट किलोमीटर हो गया है, जो नेटवर्क को 89 प्रतिशत कवर करता है। परिचालन दक्षता में 89 प्रतिशत समय पाबंदी, बेंगलूरु-जोलारपेट्टई के बीच 130 किमी प्रति घंटे का स्पीड अपग्रेड और ट्रैक रिन्यूअल में 1,015 करोड़ रुपए के निवेश के साथ वृद्धि हुई है।
महाप्रबंधक ने कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत 53 स्टेशनों पर कार्य प्रगति पर है, जहां आधुनिक सुविधाएं, लिफ्ट, एस्केलेटर और स्मार्ट नेविगेशन गाइड उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि 102 स्टेशनों पर सीसीटीवी निगरानी के साथ सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई है, मादक पदार्थों के 94 मामले पकड़े गए तथा 466 से अधिक लोगों को तस्करी से बचाया गया। बुनियादी ढांचे के विकास में 53 किलोमीटर नई लाइनें, 94 किलोमीटर ट्रैक का विद्युतीकरण और 3,500 करोड़ रुपए से ज्यादा लागत की दो प्रमुख दोहरीकरण परियोजनाओं को मंजूरी शामिल है।
दपरे ने खेलों में भी शानदार प्रदर्शन किया। उसने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीते। ये उपलब्धियां दपरे कार्यबल के सामूहिक प्रयासों और परिचालन उत्कृष्टता, यात्री सुविधाओं और राष्ट्र निर्माण के लिए उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
इस अवसर पर अतिरिक्त महाप्रबंधक केएस जैन, दपरे के प्रमुख विभागाध्यक्ष, मुख्यालय एवं हुब्बली मंडल के वरिष्ठ अधिकारी तथा कर्मचारी मौजूद थे।