बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजभवन के प्रांगण में तिरंगा फहराया और महात्मा गांधी तथा डॉ. अंबेडकर की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्य सुरक्षा अधिकारी एसीपी निंगारेड्डी के नेतृत्व में पुलिस दल द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
राज्यपाल ने सबको स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए महान और समृद्ध भारत के निर्माण तथा मातृभूमि की सेवा के लिए प्रतिबद्धता के साथ संकल्प लेने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने कहा, 'यह दिन हमारे स्वतंत्रता संग्राम के महान नायकों के अदम्य साहस, बलिदान और निस्वार्थता का स्मरण कराता है। इस स्वतंत्रता दिवस पर, हम अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन करने, पर्यावरण की रक्षा करने, डिजिटल और हरित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने तथा भावी पीढ़ियों के लिए एक मजबूत, समृद्ध और सुरक्षित कर्नाटक एवं भारत के निर्माण के लिए काम करने का संकल्प लें।'
राज्यपाल ने भारत की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कृषि, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय उपलब्धियों का जिक्र किया। उन्होंने इस प्रगति का श्रेय लोकतांत्रिक मूल्यों, नागरिक भागीदारी और राष्ट्रीय एकता की मज़बूती को दिया। उन्होंने संस्कृति, ज्ञान, नवाचार और 'विविधता में एकता' में कर्नाटक के योगदान की सराहना की। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में वैज्ञानिकों, किसानों, शिक्षकों, उद्यमियों, कलाकारों और युवाओं की भूमिका को स्वीकार किया।
राज्यपाल ने गृह ज्योति योजना, अन्न भाग्य योजना, शक्ति योजना, गृह लक्ष्मी योजना, गृह आरोग्य, अक्षरा आविचार और युवा निधि योजना जैसी योजनाओं के साथ गरीबी उन्मूलन, महिला सशक्तीकरण, सामाजिक न्याय और आर्थिक विकास के उद्देश्य से अन्य वित्तीय सहायता कार्यक्रमों का भी उल्लेख किया।
राज्यपाल ने कर्नाटक क्वांटम मिशन के बारे में बोलते हुए, अनुसंधान एवं विकास, कौशल निर्माण, बुनियादी ढांचे के विकास और स्टार्टअप को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका पर ज़ोर दिया, जिससे कर्नाटक 'एशिया की क्वांटम राजधानी' बन सकेगा। उन्होंने राष्ट्रीय गौरव, एकता और देशभक्ति को मज़बूत करने के लिए 'हर घर तिरंगा' अभियान में भागीदारी के लिए भी प्रोत्साहित किया।
राज्यपाल ने युवाओं से ज्ञान, कौशल और नवाचार में आगे बढ़ने का आह्वान करते हुए भावी पीढ़ियों के लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के वास्ते पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, स्वच्छता, स्वच्छ ऊर्जा और सतत विकास की दिशा में सामूहिक भागीदारी का आग्रह किया।
राज्यपाल ने कर्नाटक के सभी लोगों के लिए खुशी, समृद्धि, अच्छे स्वास्थ्य और उज्ज्वल भविष्य की कामना की।