तिरुवनंतपुरम/दक्षिण भारत। डेटिंग ऐप पर रोमांटिक संभावनाओं के रूप में पेश होकर, केरल में एक गिरोह ने सैकड़ों एलजीबीटीक्यू+ लोगों के साथ छेड़छाड़ की और उनका विश्वास जीतकर उनसे जबरन वसूली की। पुलिस ने इसका भंडाफोड़ किया है।
केरल पुलिस ने चार सदस्यीय एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसने एक डेटिंग ऐप के माध्यम से सैकड़ों लोगों, जिनमें से अधिकतर एलजीबीटीक्यू+ समुदाय के थे, को लुभाने के बाद उनसे लाखों रुपए की वसूली की।
आरोपी हाल में पुलिस की हिरासत में आए, जब पीड़ितों में से एक ने शिकायत दर्ज कराई कि आरोपियों ने उसकी ढाई सोवेनर कीमत की सोने की चेन और अंगूठी छीन ली, और बाद में उसे पास के पालोडे में एक सुनसान जगह पर छोड़ दिया।
वेंजरामूडु पुलिस के अनुसार, यह गिरोह धोखाधड़ी में लिप्त था तथा मुख्य रूप से समलैंगिक, समलिंगी और ट्रांसजेंडर लोगों को निशाना बनाता था, लेकिन यह पहली बार था कि कोई व्यक्ति उनके खिलाफ औपचारिक शिकायत लेकर आया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बुधवार को बताया, 'चारों आरोपी स्थानीय युवक थे, जिनकी उम्र 18 से 24 वर्ष के बीच थी। मास्टरमाइंड सुधीर था, जो यहां चिथारा का निवासी है।'
उन्होंने बताया कि सह-आरोपी मोहम्मद सलमान (19), आशिक (19) और साजिथ (18) हैं।
शिकायतकर्ता हाल ही में ऐप डाउनलोड करने के बाद आरोपी के संपर्क में आया और उन्होंने 7 अगस्त को वेंजरामूडू-अट्टिंगल रोड पर मिलने का फैसला किया था।
गिरोह की कार्यप्रणाली के अनुसार, पहला या दूसरा आरोपी उस व्यक्ति के साथ समय बिताते थे, जिसे वे बैठक स्थल के खाली क्षेत्र में एक कार के अंदर फुसलाकर ले जाते थे। अधिकारी ने बताया कि तीसरा या चौथा आरोपी अजनबी बनकर कार में बैठता, तेज गति से कार चलाता और पीड़ित को लूट लेता था।