चेन्नई/दक्षिण भारत। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गुरुवार को द्रमुक नेता एम करुणानिधि की 7वीं पुण्यतिथि पर यहां मौन मार्च का नेतृत्व किया और मरीना बीचफ्रंट स्थित उनके स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
द्रमुक अध्यक्ष स्टालिन के साथ बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता, उनके कैबिनेट सहयोगी और टीआर बालू तथा ए राजा सहित पार्टी के कई नेता मार्च में शामिल हुए।
करुणानिधि (1924-2018) को श्रद्धांजलि देने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए नारों में 'वाज़्गा, वाज़्गा, वाज़्गावे; थलाइवर कलैग्नार पुगाज़ वाज़्गावे', (प्रमुख कलैग्नार की प्रसिद्धि लंबे समय तक जीवित रहें) शामिल था।
करुणानिधि की समाधि को चमकीले, रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया था। मुख्यमंत्री ने पुष्पांजलि अर्पित की तथा नेताओं ने पुष्प और पंखुड़ियाँ बरसाईं।
इस अवसर पर स्टालिन ने युवा द्रविड़ आंदोलन के विद्वानों को प्रोत्साहित करने के लिए पार्टी की वित्तीय सहायता पहल 'कलईगनर निधिनालगाई थिट्टम' का शुभारंभ किया।
द्रमुक अध्यक्ष ने द्रमुक मुखपत्र 'मुरासोली' और कलैग्नर सेथिगल टेलीविजन की संयुक्त पहल 'कलइग्नार मनवा पथिरिक्कैयालर थिट्टम' (कलइग्नार छात्र पत्रकार योजना) को भी लॉन्च किया।