उत्तरकाशी/दक्षिण भारत। बाढ़ से तबाह पहाड़ी गांव धराली से बुधवार को एक शव बरामद किया गया और 150 लोगों को बचाया गया। बारिश से भीगी सुबह भारी चुनौतियों के बीच लापता लोगों की तलाश फिर से शुरू की गई।
मंगलवार को भूस्खलन के कारण धराली जाने वाली मुख्य सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जहां दर्जनों लोग फंस गए और कई घर और कारें उफनते पानी में बह गईं। लापता लोगों में पास के हर्षिल शिविर के ग्यारह सैन्यकर्मी भी शामिल हैं।
उत्तरकाशी आपदा नियंत्रण कक्ष ने बताया कि जिस व्यक्ति का शव बरामद किया गया, उसकी पहचान 35 वर्षीय आकाश पंवार के रूप में हुई है।
मंगलवार दोपहर बादल फटने के बाद पारिस्थितिक रूप से नाज़ुक इस इलाके में आई बाढ़ में चार लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। धराली का कम से कम आधा हिस्सा कीचड़, मलबे और पानी के तेज़ बहाव में दब गया।
यह गांव गंगोत्री जाने के रास्ते में मुख्य पड़ाव है, जहां से गंगा का उद्गम होता है तथा यहां कई होटल और होमस्टे हैं।
एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) ऑपरेशन मोहसेन शाहेदी के अनुसार, बल की तीन टीमें धराली के रास्ते में हैं, लेकिन वहां पहुंचने में असमर्थ हैं, क्योंकि लगातार भूस्खलन के कारण ऋषिकेश-उत्तरकाशी राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है।
धराली देहरादून से लगभग 140 किमी दूर है और आमतौर पर यहां पहुंचने में पांच घंटे लगते हैं।
शाहेदी ने संवाददाताओं को बताया कि एनडीआरएफ की दो टीमों को देहरादून से हवाई मार्ग से भेजा जाना है, लेकिन खराब मौसम के कारण उन्हें वहां से नहीं भेजा जा सकता।
उन्होंने बताया कि सेना, आईटीबीपी और राज्य एसडीआरएफ की टीमें प्रभावित क्षेत्र में बचाव अभियान चला रही हैं और लगभग 150 लोगों को बचाया गया है।