नई दिल्ली/दक्षिण भारत। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया और पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने शुक्रवार को राजग पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि बिहार के लोगों के अधिकारों पर डाका डाला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले साजिशन मतदाताओं का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) किया जा रहा है। इसमें घर-घर जाकर वोटरों को सत्यापित किया जाएगा और उनसे उनकी नागरिकता साबित करने को कहा जाएगा।
पवन खेड़ा ने कहा कि यह खुले तौर से साजिश है, डाका है। ये डाका सिर्फ बिहार के वोटरों पर नहीं, उनके अधिकारों पर, उनकी पहचान पर, उनकी नागरिकता पर डाला जा रहा है। बिहार के लोगों के वजूद को खत्म करने की यह साजिश रची जा रही है।
उन्होंने गहन पुनरीक्षण में नागरिकता साबित करने के बारे में कहा कि इसके तहत 1 जुलाई, 1987 से पहले जन्मे लोगों के लिए, उन्हें अपनी जन्म तिथि या स्थान की सत्यता स्थापित करने के वास्ते कोई एक वैध दस्तावेज देना होगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1987 से 2 दिसंबर, 2004 के बीच जन्म हुआ है तो उन्हें अपने साथ-साथ अपने माता-पिता में से किसी एक का वैध दस्तावेज भी देना होगा। 2 दिसंबर, 2004 के बाद जन्मे मतदाताओं के लिए कहा कि इनको अपने और अपने माता-पिता के वैध दस्तावेज देने होंगे।
पवन खेड़ा ने कहा कि ऐसे में सवाल उठते हैं कि आखिर यह अब क्यों किया जा रहा है? इस पूरी प्रक्रिया को मानसून के दिनों में बिहार के बाढ़-प्रभावित इलाकों में, एक महीने में कैसे पूरा किया जाएगा? लोकसभा चुनाव के वक्त जब इसी वोटर लिस्ट पर वोट पड़े हैं, तो विधानसभा में क्यों नहीं?
पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि साफ है, जब भी भाजपा पर संकट आता है, वे चुनाव आयोग की तरफ भागते हैं। चुनाव आयोग मोदी के तीन ... हैं। न सच सुनते हैं, न सच देखते हैं, न सच बोलते हैं।