तेहरान/दक्षिण भारत। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने अमेरिका के साथ वार्ता फिर से शुरू करने की किसी भी योजना से इन्कार किया है।
एक टेलीविज़न साक्षात्कार में, अराकची ने ईरान के खिलाफ इजराइल के युद्ध में अमेरिका की मिलीभगत की निंदा की।
उन्होंने कहा कि इजराइली आक्रमण से पहले ईरान अमेरिका के साथ अप्रत्यक्ष परमाणु वार्ता में अपने लोगों के अधिकारों की रक्षा कर रहा था, लेकिन वार्ता से निराशा होने के बाद अमेरिका ने दूसरा तरीका अपनाने का फैसला किया।
अराकची ने ईरान पर अमेरिकी सैन्य हमलों की निंदा करते हुए इसे कूटनीति और वार्ता के साथ विश्वासघात बताया।
ईरान के साथ परमाणु वार्ता अगले सप्ताह होने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे को खारिज करते हुए ईरानी विदेश मंत्री ने कहा, 'वार्ता फिर से शुरू करने पर कोई समझौता नहीं हुआ है। इसके बारे में कोई बात भी नहीं हुई है। वार्ता का विषय फिलहाल सवाल से बाहर है।'
अराकची ने स्पष्ट किया कि ईरान कूटनीति को लेकर प्रतिबद्ध है, लेकिन अमेरिका के साथ वार्ता फिर से शुरू करने या न करने के निर्णय का मूल्यांकन किया जाना जरूरी है।
ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिकी और इजराइली हमलों के बाद उसके परमाणु संवर्धन कार्यक्रम के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्री ने कहा कि नुकसान मामूली नहीं है तथा ईरान इसकी सीमा का आकलन कर रहा है।
उन्होंने कहा, 'यह मानना जल्दबाजी होगी कि बातचीत के लिए आधार तैयार है।'