तेहरान/दक्षिण भारत। ईरान ने धमकी देते हुए कहा है कि वह अपने खिलाफ जारी इजराइली आक्रमण के दौरान किसी भी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप का निर्णायक जवाब देगा।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ईरान के सबसे महत्त्वपूर्ण निर्णय लेने वाले निकायों में से एक, देश की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने एक बयान में इस बात पर जोर दिया कि यदि बाहरी ताकतें संघर्ष को और बढ़ाने का प्रयास करती हैं तो उसकी सैन्य और रणनीतिक प्रतिक्रिया त्वरित और आनुपातिक होगी।
परिषद ने घोषणा की है कि यदि कोई तीसरा पक्ष इस आक्रमण में हस्तक्षेप करता है, तो ईरान पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार तुरंत उसका सामना करेगा।
यह वक्तव्य पश्चिमी शक्तियों, विशेष रूप से अमेरिका के साथ समन्वित इजरायली शत्रुतापूर्ण कृत्यों के खिलाफ अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के तेहरान के संकल्प को रेखांकित करता है, जिसके बारे में ईरानी अधिकारियों ने जोर दिया है कि तेल अवीव की हालिया आक्रामकता में अमेरिका भी शामिल है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इज़राइली शासन ने पिछले शुक्रवार को ईरान पर अकारण आक्रमण किया, जिसमें 300 से ज्यादा ईरानी मारे गए, जिनमें आईआरजीसी कमांडर होसैन सलामी, चीफ-ऑफ-स्टाफ़ मोहम्मद बाघेरी और परमाणु वैज्ञानिक फ़ेरेदून अब्बासी और मोहम्मद मेहदी तेहरांची शामिल थे। एक हज़ार से ज्यादा नागरिक घायल हो गए।
ईरानी अधिकारियों ने अमेरिकी अधिकारियों की कार्रवाई और बयानों के आधार पर इस हमले को वाशिंगटन के साथ 'जानबूझकर समन्वित' बताया है।
हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि वॉशिंगटन सीधे तौर पर भी युद्ध में शामिल हो सकता है।
ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने अपने बयान में कहा कि उनका देश थोपी गई शांति और थोपे गए युद्ध, दोनों का विरोध करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका द्वारा किसी भी प्रत्यक्ष हस्तक्षेप से अमेरिकियों को अपूरणीय क्षति होगी।
इस बीच, आईआरजीसी ने इजराइल के खिलाफ अपने सैन्य अभियान तेज कर दिए हैं।