तेहरान/दक्षिण भारत। इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स ने दावा किया है कि इजराइली शासन के खिलाफ ईरान के जवाबी सैन्य हमलों का नवीनतम दौर गुरुवार शाम को बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन के झुंड के संयोजन के साथ किया गया।
आईआरजीसी ने एक बयान में कहा कि ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3 के तहत हमलों की 15वीं लहर गुरुवार दोपहर को इजराइली शासन के खिलाफ शुरू की गई।
आईआरजीसी ने कहा कि इस हाइब्रिड हमले में मिसाइलों और ड्रोनों का इस्तेमाल किया गया। इनका प्रहार सैन्य लक्ष्यों और हाइफा तथा तेल अवीव में इजराइली सैन्य उद्योगों से जुड़े औद्योगिक ठिकानों पर किया गया।
इसमें जिक्र किया गया है कि 100 से ज्यादा मानवरहित हवाई वाहन, जिनमें विभिन्न लड़ाकू और आत्मघाती ड्रोन शामिल थे, सैन्य लक्ष्यों, विशेष रूप से हाइफा और तेल अवीव में मिसाइल रोधी वायु रक्षा प्रणालियों पर हमला करने के लिए उड़ाए गए थे।
बयान में इस बात पर जोर दिया गया कि इजराइली शासन के सैन्य लक्ष्यों और सैन्य उद्योगों के खिलाफ बढ़ती प्रवृत्ति और दक्षता-उन्मुख मिसाइल ऑपरेशन आईआरजीसी के एजेंडे में हैं।
यह भी दावा किया गया कि इजराइली शासन ने 13 जून को ईरान के खिलाफ अकारण ही युद्ध छेड़ दिया। उसने ईरान के परमाणु, सैन्य और आवासीय स्थलों पर हवाई हमले किए, जिसके परिणामस्वरूप कई शीर्ष सैन्य कमांडर, परमाणु वैज्ञानिक और आम नागरिक मारे गए।
बताया गया कि ईरानी सैन्य बलों ने तुरंत बाद जवाबी हमले शुरू कर दिए थे। 19 जून तक आईआरजीसी ने इजराइली शासन के खिलाफ जवाबी हमलों की 15 लहरें चलाईं, जिससे उसे भारी नुकसान हुआ है।