तेहरान/दक्षिण भारत। ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ ने इजराइल को तेल अवीव और हाइफा खाली करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इजराइली लक्ष्यों के खिलाफ हाल की जवाबी कार्रवाई चेतावनी के रूप में थी तथा ज्यादा सशक्त और दंडात्मक सैन्य प्रतिक्रिया निकट ही है।
एक वीडियो संदेश में मेजर जनरल अब्दुलरहीम मौसवी ने इज़राइली शासन के हालिया हमलों की निंदा की। उन्होंने कहा कि ये हमले सैन्य अभियानों की आड़ में किए गए, लेकिन वास्तव में जानबूझकर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया गया।
उन्होंने इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ब्रॉडकास्टिंग (आईआरआईबी) और ईरानी मीडिया पेशेवरों को निशाना बनाकर 'अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति क्रूर अवहेलना' जारी रखने के लिए इजराइल की निंदा की।
मौसवी ने कहा, 'इज़राइली शासन इन बर्बर हमलों के माध्यम से सच्चाई की आवाज़ को दबाना चाहता है।'
उन्होंने ईरानी लोगों के संकल्प पर जोर देते हुए कहा, 'ईरान ने पूरे इतिहास में कभी भी आक्रामकता के आगे घुटने नहीं टेके हैं और इस बर्बरता के सामने मजबूती से खड़ा रहेगा। इज़राइली शासन को उसके अपराधों की कीमत चुकानी पड़ेगी।'
मौसवी ने कहा कि ईरानी नागरिकों, वैज्ञानिकों और सैन्य कमांडरों की शहादत ने सशस्त्र बलों के जवाबी कार्रवाई करने के दृढ़ संकल्प को और मजबूत कर दिया है। उन्होंने कहा कि ईरान की अब तक की प्रतिक्रिया - जिसमें आईआरजीसी एयरोस्पेस फोर्स और देश की वायु रक्षा इकाइयों द्वारा किए गए हमले शामिल हैं - ने पहले ही संवेदनशील और महत्त्वपूर्ण लक्ष्यों को भारी नुकसान पहुंचाया है।