तेल अवीव/दक्षिण भारत। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरानियों का आह्वान किया है कि वे अपने देश की सरकार को उखाड़ फेंकें। उन्होंने यह अपील इजराइली लड़ाकू विमानों द्वारा ईरान के परमाणु और सैन्य स्थलों पर बमबारी करने के कुछ ही घंटों बाद की है।
रिपोर्टों के अनुसार, नातान्ज़ में यूरेनियम संवर्धन सुविधा को निशाना बनाया गया और कई वरिष्ठ कमांडरों एवं परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई। ईरान ने जवाब में कामिकेज़ ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार की। कई मिसाइलों के तेल अवीव में गिरने की खबर है।
नेतन्याहू ने एक वीडियो संबोधन में ईरान के लोगों से कहा, 'समय आ गया है कि आप अपने झंडे और अपनी ऐतिहासिक विरासत के इर्द-गिर्द एकजुट होकर एक दुष्ट और दमनकारी शासन से अपनी आज़ादी के लिए खड़े हों। यह कभी इतना कमज़ोर नहीं रहा।'
उन्होंने कहा, 'यह आपके लिए खड़े होने और अपनी आवाज बुलंद करने का अवसर है।'
नेतन्याहू ने दोहराया कि 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' के तहत हमलों का उद्देश्य 'इज़राइल के लिए परमाणु खतरे और बैलिस्टिक मिसाइल खतरे, दोनों को खत्म करना' था।
वहीं, ईरान ने इस हमले की निंदा की है। उसने इसे आक्रामक कृत्य बताया तथा कठोर दंड देने का संकल्प लिया है।
हालांकि अमेरिका ने जोर देकर कहा कि उक्त अभियान में इजरायल के साथ शामिल नहीं था, लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमलों का समर्थन किया है। इससे भड़के ईरान ने अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता स्थगित कर दी है।