तेल अवीव/तेहरान/दक्षिण भारत। ईरान-इजराइल के बीच तनाव खतरनाक रूप से बढ़ गया है। दोनों ने एक-दूसरे पर घातक हमले किए हैं। इससे लड़ाई के आगे बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है। इसमें कोई शक नहीं कि अब तक इजराइल का पलड़ा भारी रहा है। उसने ईरान के कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों को मार गिराया है।
अब लड़ाई किस ओर जाएगी? क्या ईरान बड़े स्तर पर बदला लेगा? ऐसे कई सवाल ईरानी मीडिया में छाए हुए हैं। जानिए, उनके बारे में ...
1. क्या ईरान के रिहायशी इलाकों को नुकसान हुआ?
जवाब: तेहरान टाइम्स का दावा है कि रिपोर्टें और तस्वीरें इस बात की पुष्टि करती हैं कि तेहरान में कई अपार्टमेंट परिसरों और गैर-सैन्य इमारतों को नुकसान हुआ है। इजराइली हमलों से दर्जनों नागरिकों के मारे जाने और घायल होने की बात सामने आई है।
2. हमले में कौनसे ईरानी परमाणु वैज्ञानिक मारे गए?
जवाब: बताया गया है कि कम से कम छह परमाणु वैज्ञानिक मारे गए। इनमें अब्दुलहामिद मिनोउचेहर, अहमदरेज़ा ज़ोल्फ़ागरी, सईद अमीरहुसैन फ़ेक़ी, मोतलाबिज़ादेह, मोहम्मद मेहदी तेहरांची और फ़ेरेदून अब्बासी शामिल हैं।
3. क्या अमेरिका को इजराइल द्वारा किए जाने वाले हमले के बारे में पहले से पता था?
जवाब: ईरानी मीडिया का दावा है कि ट्रंप के बयान इस बात का साफ संकेत देते हैं कि अमेरिका को इसकी पूरी जानकारी थी।
4. क्या अमेरिका इस हमले में शामिल था या उसने मदद की थी?
जवाब: यह कहा जा रहा है कि अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर इजराइल के साथ सहयोग करने की बात स्वीकार नहीं की है, लेकिन इसमें संलिप्तता के संकेत हैं। हमले से 24 घंटे पहले ईरान के निकट अमेरिकी ईंधन टैंकरों के संचालन, साथ ही कई रिपोर्टों से अमेरिकी-इजराइल समन्वय का संकेत मिलता है।