तेहरान/दक्षिण भारत। ईरान पर इजराइली हमले से भारी नुकसान हुआ है। इस दौरान ईरानी सशस्त्र बलों के प्रमुख की भी मौत हो गई। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी इजराइली हमले में मारे गए।
आईआरजीसी के कमांडर-इन-चीफ मेजर जनरल हुसैन सलामी की भी तेहरान पर इजराइली हवाई हमलों से मौत हो गई।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के प्रशासन ने एक बयान जारी कर चेतावनी दी है कि ईरान के साथ युद्ध की शुरुआत शेर की पूंछ से खेलने जैसा है।
बयान में कहा गया है कि 'ईरान के साथ युद्ध शुरू करना शेर की पूंछ से खेलने जैसा है। ईरानी परमाणु मुद्दे पर कूटनीतिक प्रक्रिया के समय कल रात की कायरतापूर्ण कार्रवाई इस शासन के ईरान की शक्ति के प्रति डर का संकेत है, ताकि दुनिया को यह विश्वास दिलाया जा सके कि यद्यपि हम ईरानियों ने पिछले दो सौ वर्षों में कभी कोई युद्ध शुरू नहीं किया है, फिर भी हमने अपनी मातृभूमि की रक्षा करने में कोई हिचकिचाहट नहीं दिखाई है और न ही हम ऐसा करेंगे।'
उसमें आगे कहा गया, 'ईरान के पवित्र आकाश पर इजराइल के हमले और ईरानी जनरलों की कायरतापूर्ण हत्या ने साबित कर दिया है कि यह शासन स्वाभाविक रूप से आतंकवादी है और ईरानी लोगों का खून बहाना यह दर्शाता है कि आतंकवादी हमलों में ईरानी राष्ट्र और सरकार के बीच अंतर करने का तेल अवीव का दावा एक बड़ा झूठ है।'
बयान में आगे कहा गया कि इजराइल केवल ताकत की भाषा समझता है तथा ईरान अपने प्रत्येक शहीद के खून का बदला लेगा।