Dakshin Bharat Rashtramat

'आज देश में ही नहीं, विदेशों में भी पहचान बना रही हिंदी'

राजभाषा कार्यशाला का आयोजन हुआ

'आज देश में ही नहीं, विदेशों में भी पहचान बना रही हिंदी'
बीओ महेश्‍वरप्‍पा ने अध्‍यक्षता की

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। भारतीय खाद्य निगम के क्षेत्रीय कार्यालय में मंगलवार को महाप्रबंधक (क्षेत्र) बीओ महेश्‍वरप्‍पा की अध्‍यक्षता में राजभाषा ‘कार्यान्‍वयन एवं आईटी टूल्‍स में हिंदी की उपयोगिता’ पर राजभाषा कार्यशाला हुई।
 
इसका उद्घाटन महेश्‍वरप्‍पा के साथ डीआरडीओ के सहायक निदेशक (राजभाषा) डॉ. मालतेश मैलार, उप महाप्रबंधक (क्षेत्र) शेखर अरविंद, उप महाप्रबंधक (संचालन) रमेश नायक, उप महाप्रबंधक (वित्त एवं लेखा) उदय बीर सिंह, सहायक महाप्रबंधक (राजभाषा) पुंकेश्‍वर कुमार बिहारी द्वारा किया गया। इसके बाद महेश्‍वरप्‍पा ने अतिथि वक्ता डॉ. मालतेश मैलार को पौधा भेंट कर स्‍वागत किया।
 
महेश्‍वरप्‍पा ने अपने संबोधन में वार्षिक कार्यक्रम 2025-26 के सभी निर्धारित लक्ष्‍यों को हासिल करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज हिंदी देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बना रही है। संयुक्‍त राष्‍ट्र संघ में भी हिंदी को भाषा का दर्जा दिलाने की कोशिश जारी है। 
 
डॉ. मालतेश मैलार ने राजभाषा कार्यान्‍वयन एवं हिंदी आईटी टूल्‍स के तहत राजभाषा नियम, अधिनियम, प्रोत्साहन योजना, वार्षिक कार्यक्रम एवं राजभाषा कार्यान्‍वयन में आने वाली समस्‍याओं का समाधान विषय पर जानकारी दी। 
 
कार्यशाला के दूसरे सत्र में मनोज कुमार साव ने कंठस्‍थ 2.0 एवं यूनिकोड के बारे में जानकारी देकर प्रति‍भागियों से अभ्‍यास करवाया। कार्यक्रम का संचालन मनोज कुमार साव ने किया। श्‍याम बाबू दांगी ने स्‍वागत भाषण दिया। कैलाश कुमार सिंह ने धन्‍यवाद ज्ञापित किया।

About The Author: News Desk

News Desk Picture