बेंगलूरु/दक्षिण भारत। जद (एस) नेता और केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने शनिवार को कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और गृह मंत्री जी परमेश्वर को 4 जून की भगदड़ की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और अगर उनमें नैतिकता है तो इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने शहर के पुलिस आयुक्त सहित पांच पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने के लिए सरकार पर निशाना साधा।
कुमारस्वामी ने कहा, 'इस अप्रिय घटना के सिलसिले में जल्दबाजी में पांच पुलिस अधिकारियों को निलंबित करना अनावश्यक था, अगर सरकार की गलतियों के लिए अधिकारियों को बलि का बकरा बनाया जाएगा, तो क्या अधिकारी प्रभावी ढंग से काम कर पाएंगे? सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए था।'
यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार का नेतृत्व करने वाले लोग पारदर्शी, सच्चे और वफादार प्रशासन देने का दावा करते हैं और उन्हें अपने द्वारा लिए गए निर्णयों के बारे में जनता की राय को समझना चाहिए।
उन्होंने पूछा, 'भगदड़ की घटना पर दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि 4 जून को स्टेडियम में जीत का जश्न मनाने की अनुमति मांगी गई थी, जबकि मैच 3 जून को शुरू होना था। फाइनल मैच 3 जून को शाम 7:30 बजे शुरू हुआ, लेकिन अगले दिन के जश्न के लिए आवेदन 6 बजे प्रस्तुत किया गया, क्या उन्होंने मैच जीतने का सपना देखा था? विधान सौधा के सामने जश्न मनाने के लिए डीएपीआर को एक और आवेदन प्रस्तुत किया गया, इसके पीछे कौन था? उस दिन (4 जून को) सुबह 7:30 बजे पुलिस आयुक्त पर अनुमति के लिए किसने दबाव डाला?'
यह भगदड़ 4 जून की शाम को चिन्नास्वामी स्टेडियम के सामने हुई, जहां बड़ी संख्या में लोग आरसीबी टीम की आईपीएल जीत के जश्न में शामिल होने के लिए उमड़े थे। उस घटना में 11 लोगों की मौत हो गई और 56 लोग घायल हो गए।