वॉशिंगटन/दक्षिण भारत। वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि जो कोई भी यह मानता है कि राष्ट्रीय हित में काम करना एक तरह की पार्टी विरोधी गतिविधि है, उसे हमसे नहीं बल्कि खुद से सवाल करना चाहिए।
थरूर पहलगाम आतंकवादी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख से अवगत कराने के लिए अमेरिका में एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे थे।
थरूर ने पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में कहा, 'सच कहूं तो, जब कोई देश की सेवा कर रहा हो, तो मुझे नहीं लगता कि उसे इन चीजों के बारे में ज्यादा चिंता करने की जरूरत है।'
थरूर इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए वे इस यात्रा के दौरान आकर्षण का केन्द्र थे, क्योंकि उनकी पार्टी के कुछ सदस्यों ने उनके बयानों की आलोचना की थी।
भारत लौटने पर उन पार्टी नेताओं को अपना संदेश देते हुए थरूर ने कहा, 'मुझे लगता है कि जो कोई भी यह समझता है कि राष्ट्रीय हित में काम करना किसी प्रकार की पार्टी विरोधी गतिविधि है, उसे हमसे नहीं बल्कि खुद से सवाल पूछने की जरूरत है।'
थरूर ने कहा, 'मुझे ईमानदारी से लगता है कि इस समय हम एक मिशन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और हमें इस बात पर ज्यादा समय बर्बाद करने की जरूरत नहीं है कि विभिन्न व्यक्तियों द्वारा क्षणिक आवेश में क्या कहा गया या क्या नहीं कहा गया, क्योंकि हमारा ध्यान इस बड़े और अधिक महत्त्वपूर्ण संदेश पर है। जब समय आएगा, हम इससे निपट लेंगे।'
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने देखा कि उनके मित्र सलमान खुर्शीद ने पूछा कि क्या आजकल भारत में देशभक्त होना इतना कठिन है।
सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि क्या थरूर कांग्रेस में बने रहेंगे या भाजपा में शामिल होंगे, इस पर उन्होंने कहा, 'मैं संसद का निर्वाचित सदस्य हूं। मेरे कार्यकाल के चार साल बाकी हैं। मुझे नहीं पता कि इस पर कोई सवाल क्यों पूछा जा रहा है।'