चेन्नई/दक्षिण भारत। इसरो के अध्यक्ष वी नारायणन ने गुरुवार को कहा कि संगठन के कार्यक्रम देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए योजनाबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष एजेंसी 101वें प्रक्षेपण के लिए तैयारी कर रही है।
उन्होंने कहा कि इसरो के मिशन देश की विविध क्षेत्रों में आवश्यकताओं से प्रेरित हैं और यह अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में तकनीकी रूप से सक्षम है।
नारायणन से यहां संवाददाताओं ने पूछा कि क्या इसरो ने भारतीय सशस्त्र बलों के लिए किसी विशेष प्रक्षेपण की योजना बनाई है, तो उन्होंने कहा, 'हमारे सभी कार्यक्रम हमारे लोगों और देश की सुरक्षा के लिए हैं। हम किसी अन्य देश के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं करते हैं। हमारे मिशन की योजना हमारी जरूरतों के आधार पर बनाई जाती है।'
नारायणन ने कहा, 'हमने जनवरी में श्रीहरिकोटा से 100वां रॉकेट सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया था। भारत का 101वां उपग्रह - पृथ्वी अवलोकन उपग्रह रीसैट-18, ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी-सी61) के जरिए 18 मई को प्रक्षेपित किया जाएगा।'
पीएसएलवी भारत की निगरानी और आपदा प्रबंधन क्षमताओं को मजबूत करता है। अंतरिक्ष में देश की यात्रा वर्ष 1979 में शुरू हुई जब इसने अपना पहला रॉकेट लॉन्च किया। उन्होंने कहा, 'तब एसएलवी3 98 प्रतिशत सफल रहा और हमारा पहला सफल प्रक्षेपण वर्ष 1980 में हुआ।'