लंदन/दक्षिण भारत। ब्रिटेन ने कहा है कि वह भारत और पाकिस्तान के साथ मिलकर स्थायी युद्ध विराम सुनिश्चित करने और 'भयानक आतंकवाद' से निपटने के लिए दोनों पक्षों के प्रयासों का समर्थन करने के लिए तैयार है। ब्रिटिश विदेश सचिव डेविड लैमी ने अपने देश की संसद को यह जानकारी दी।
हाउस ऑफ कॉमन्स में कश्मीर पर बहस के दौरान लैमी ने कहा कि वे नई दिल्ली और इस्लामाबाद में अपने समकक्षों के साथ नियमित संपर्क में हैं, ताकि दोनों देशों को सिंधु जल संधि जैसे 'राजनयिक सहयोग के कठिन क्षेत्रों' के लिए अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
लैमी ने सांसदों से कहा, 'ब्रिटेन, भारत और पाकिस्तान द्वारा किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई को रोकने के लिए की गई प्रतिबद्धताओं का स्वागत करता है। दोनों देशों के साथ हमारे मजबूत और घनिष्ठ संबंधों को देखते हुए, ब्रिटेन दोनों पक्षों के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है, ताकि स्थायी युद्ध विराम को वास्तविकता बनाया जा सके।'
उन्होंने कहा, 'मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हमने जो भयानक आतंकवाद देखा - 26 नागरिकों को गोली मार दी गई - वह भयानक था और हम इसकी निंदा करते हैं। हम इस आतंकवादी खतरे से निपटने के लिए करीबी भागीदारों के साथ काम करना जारी रखेंगे। हम सभी को आगे आकर यह सुनिश्चित करना होगा कि भयानक आतंकवाद से निपटने के दोनों पक्षों के प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं। यही वह चीज है जो अंततः स्थायी शांति बनाए रखेगी।'
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 6 मई की देर रात 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे। भारतीय कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, जिसे नाकाम कर दिया गया।
चार दिनों तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान 10 मई को संघर्ष समाप्त करने पर सहमत हुए।