नई दिल्ली/दक्षिण भारत। कांग्रेस ने मंगलवार को पूछा कि क्या मोदी सरकार पहलगाम आतंकवादी हमले पर वैसी ही कार्रवाई करेगी, जैसी वाजपेयी सरकार ने कारगिल युद्ध के तुरंत बाद समीक्षा समिति गठित करके की थी?
कांग्रेस महासचिव एवं संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि कारगिल युद्ध समाप्त होने के ठीक तीन दिन बाद (तत्कालीन) वाजपेयी सरकार ने 29 जुलाई, 1999 को कारगिल पुनरावलोकन समिति (कारगिल रिव्यू कमेटी) गठित की थी।
जयराम रमेश ने कहा कि उसकी रिपोर्ट 23 फरवरी, 2000 को संसद में पेश की गई थी। हालांकि उसके कुछ हिस्सों को अब भी गोपनीय रखा गया और ऐसा होना भी चाहिए।
उन्होंने कहा कि उस समिति के अध्यक्ष थे भारत के सामरिक मामलों के विशेषज्ञ के. सुब्रमण्यम, जिनके पुत्र वर्तमान में भारत के विदेश मंत्री हैं।
जयराम रमेश ने पूछा, 'क्या मोदी सरकार अब पहलगाम हमले को लेकर, एनआईए की जांच के बावजूद, इसी तरह का एक स्वतंत्र और व्यापक विश्लेषण एवं आकलन कराएगी?'
उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन डीसी से आए बयानों के बाद, कांग्रेस द्वारा बार-बार की गई प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग और संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग - जिसे अब कम से कम ढाई महीने बाद होने की संभावना है - जबकि यह मांग अब और भी अधिक जरूरी और तात्कालिक हो गई है।