नई दिल्ली/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को फोन किया और उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा कि कोई भी पाकिस्तानी देश छोड़ने की निर्धारित समय सीमा से अधिक भारत में न रहे।
भारत ने गुरुवार को 27 अप्रैल से पाकिस्तानी नागरिकों को जारी सभी वीजा रद्द करने की घोषणा की और पाकिस्तान में रहने वाले भारतीय नागरिकों को यथाशीघ्र स्वदेश लौटने की सलाह दी, क्योंकि पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है।
सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री ने व्यक्तिगत रूप से सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को फोन किया और उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा कि कोई भी पाकिस्तानी समय सीमा से आगे भारत में न रहे।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्रियों को अपने-अपने क्षेत्रों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने तथा उनका निर्वासन सुनिश्चित करने को भी कहा गया।
वीजा निरस्तीकरण का यह निर्णय पाकिस्तानी हिंदू नागरिकों को पहले से जारी दीर्घकालिक वीजा पर लागू नहीं होगा, जो वैध रहेंगे।
भारत ने पहलगाम हमले के सीमा पार संबंधों को लेकर पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की घोषणा की है। यह 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के बाद देश में नागरिकों को निशाना बनाकर किया गया सबसे भीषण आतंकवादी हमला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत पहलगाम नरसंहार में शामिल प्रत्येक आतंकवादी और उनके समर्थकों की पहचान करेगा, उनका पता लगाएगा और उन्हें दंडित करेगा तथा हत्यारों का पीछा दुनिया के अंत तक करेगा। इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक हमले तेज कर दिए हैं।
पहलगाम हमले के बाद बिहार के मधुबनी में गुरुवार को अपने पहले सार्वजनिक भाषण में कड़ा संदेश देते हुए मोदी ने संकल्प लिया कि आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा और न्याय सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
गुरुवार को यहां आयोजित सर्वदलीय बैठक में विभिन्न दलों के नेताओं ने आतंकवाद और आतंकी शिविरों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का आह्वान किया तथा सरकार को अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।