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हर्षोल्लास से शंकरपुरम के केसरिया आदिनाथ मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव हुआ शुरू

श्रद्धालुओं की उपस्थिति में हुआ संतों, प्रभु प्रतिमाओं का मंगल प्रवेश

हर्षोल्लास से शंकरपुरम के केसरिया आदिनाथ मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव हुआ शुरू
अयोध्या नगरी व भरत चक्रवर्ती भोजन मंडप का हुआ उद्घाटन

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। शहर के शंकरपुरम क्षेत्र में केसरिया आदिनाथजी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा एवं प्राचीन श्री आदिनाथ प्रतिमा का प्रतिष्ठा महाेत्सव रविवार काे पूरे हर्षाेल्लास के साथ शुरू हुआ। आचार्यश्री रत्नाकरसूरीश्वरजी व श्रुताेपासकश्री रत्नसंचयसूरीश्वरजी म.सा. के सान्निध्य में बड़ी भव्यता से प्रतिष्ठा महाेत्सव का आगाज हुआ जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही। 

महाेत्सव के पहले दिन कुंभ स्थापना का कार्य सूरजचंद भागचंद खांटेड़ परिवार द्वारा किया गया, वहीं दीपक स्थापना का लाभ प्रेमचन्द पारसमल निर्मलकुमार भंडारी परिवार ने लिया। ताेरण विधान पुनमिया परिवार द्वारा श्रद्धा भाव से संपन्न हुआ।

प्रतिष्ठा महाेत्सव के प्रथम दिवस में मंदिर में पंचकल्याणक पूजा आयाेजित हुई, जिसका लाभ मदनलाल, गाैतमकुमार, राजेशकुमार परिवार ने लिया। प्रभु प्रतिष्ठा का यह मांगलिक कार्यक्रम प्रातःकालीन मंगल वेला में संताें के मंगल मंत्राेच्चार से विधिपूर्वक संपन्न हुआ।

प्रतिष्ठा महाेत्सव के अंतर्गत आचार्याें का भव्यातिभव्य मंगल प्रवेश वरघाेड़ा निकाला गया, जिसमें
आदिनाथ भगवान सहित श्री जीरावाला पार्श्वनाथ, श्री शीतलनाथ, श्री चंद्रप्रभस्वामी, श्री नाकाेड़ा भैरव, श्री मणिभद्रवीर, श्री पद्मावती देवी, श्री अंबिका देवी आदि जिन बिंबाें का भव्य प्रवेश हुआ। 

संताें व प्रतिमाओं के प्रवेश के बाद भरत चक्रवर्ती भाेजन मंडप का उद्घाटन हंसमुखलाल, प्रमुखकुमार, निर्मलकुमार खिंवेसरा परिवार एवं अयाेध्या नगरी व पुनमिया भवन का उद्घाटन पारसमल, मुकेशकुमार, राकेशकुमार पुनमिया परिवार ने संताें के सान्निध्य में किया। संगीतकार विपिन पाेरवाल के भक्ति संगीत से पूरा वातावरण मंगलमय हाे गया। 

स्थानीय संघ परिवार ने लाभार्थी परिवाराें काे तिलक लगाकर, माला पहनाकर, श्रीफल एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। पारस भंडारी ने गुरुदेव के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि शंकरपुरम धरा का दीर्घकालिक स्वप्न अब साकार हाे रहा है। आपकी ही कृपा से यह आयाेजन द्रव्य, क्षेत्र, काल और भाव के शुभ संयाेग का परिणाम है।

नवकारसी के लाभार्थियाें का सम्मान किया गया। प्रतिदिन सुबह-सायं महिलाओं द्वारा भावगीत एवं रात्रि में भक्ति संध्या का आयाेजन किया गया। शाम काे मुम्बई से आए भक्ति गायक विक्की पारेख ने भजनाें की प्रस्तुति दी।

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