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नहीं रहे प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. एमआर दोरेस्वामी

शिक्षा जगत में शोक की लहर

नहीं रहे प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. एमआर दोरेस्वामी
Photo: pesuniversity FB Page

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। प्रख्यात शिक्षाविद् एवं पूर्व एमएलसी डॉ. एमआर दोरेस्वामी (88) का गुरुवार को निधन हो गया। वे पीईएस एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के संस्थापक भी थे। आयु संबंधी दिक्कतों का सामना कर रहे डॉ. दोरेस्वामी ने बेंगलूरु के बनशंकरी स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। 

इस संबंध में जानकारी देते हुए पीईएस विश्वविद्यालय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कहा, 'हम अत्यंत दु:ख के साथ अपने प्रिय संस्थापक डॉ. एमआर दोरेस्वामी के निधन की घोषणा करते हैं। एक दूरदर्शी नेता और प्रेरक शिक्षक, डॉ. दोरेस्वामी ने अपना जीवन शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और समाज की बेहतरी में उत्कृष्टता की खोज के लिए समर्पित कर दिया।'

उसने कहा, 'डॉ. दोरेस्वामी की यात्रा साल 1972 में पीईएस की स्थापना के साथ शुरू हुई, जो तब से कई परिसरों में 20,000 से ज्यादा विद्यार्थियों को शिक्षित करने तक विकसित हो चुकी है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता तथा दृढ़ता, उत्कृष्टता और सेवा के मूल्यों में उनके विश्वास ने अनगिनत लोगों के जीवन पर अमिट छाप छोड़ी है।'

संस्थान ने बताया, 'डॉ. दोरेस्वामी का योगदान शिक्षा जगत से परे भी था। वे एक मार्गदर्शक प्रकाश थे, जिन्होंने उन सभी में सहानुभूति, ईमानदारी और जिम्मेदारी की भावना पैदा की, जिन्हें उन्हें जानने का सौभाग्य मिला। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को महानता के लिए प्रयास करने और समाज को कुछ वापस देने के लिए प्रेरित करती रहेगी।'

उसने कहा, 'हम एक महान नेता के निधन पर शोक व्यक्त रहे हैं, साथ ही उनके उल्लेखनीय जीवन और उनके द्वारा छोड़े गए स्थायी प्रभाव का भी अनुसरण कर रहे हैं। इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवार के साथ हैं। विनम्र श्रद्धांजलि डॉ. एमआर दोरेस्वामी। आपकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी।'

बता दें कि डॉ. दोरेस्वामी के परिवार में पत्नी राधा मनोहरी, पुत्र प्रो. डी जवाहर, पुत्रवधू सुमन जवाहर, पुत्री डॉ. डी रूपा और दामाद डॉ. सुरेश कृष्ण हैं।

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येडीयुरप्पा और विधायक कृष्णप्पा समेत कई गणमान्य लोगों ने डॉ. दोरेस्वामी को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री सिद्दरामय्या, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विजयेंद्र येडीयुरप्पा, पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, कई मंत्रियों, विधायकों और विभिन्न क्षेत्रों के चर्चित लोगों ने संवेदनाएं व्यक्त की हैं।

डॉ. दोरेस्वामी का जन्म 7 नवंबर, 1937 को आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के नरवूर गांव में हुआ था। बाद में वे बेंगलूरु के बनशंकरी में रहने लगे थे। शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना करते हुए भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार (वर्ष 2008-2014) ने उन्हें कर्नाटक विधान परिषद् के लिए नामित किया था।

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