बेंगलूरु/दक्षिण भारत। 168वीं एसएलबीसी संयोजक केनरा बैंक बैठक गुरुवार को विधान सौधा में हुई। बैठक की अध्यक्षता कर्नाटक की अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं विकास आयुक्त उमा महादेवन ने की। सह-अध्यक्षता केनरा बैंक के कार्यकारी निदेशक भावेंद्र कुमार ने की।
इनके अलावा कर्नाटक के वित्त विभाग (राजकोषीय सुधार) सचिव डॉ. विशाल आर, भारतीय रिजर्व बैंक के उप महाप्रबंधक वी हरिप्रसाद, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक केवीएसएसएलवी प्रसाद राव, एसएलबीसी कर्नाटक संयोजक एवं केनरा बैंक महाप्रबंधक एम भास्कर चक्रवर्ती, सभी बैंकों के राज्य नियंत्रण प्रमुख और अन्य गणमान्य लोग बैठक में मौजूद थे।
उमा महादेवन ने सभी संबंधित विभागों और बैंकर्स को पीएमजेजेबीवाई और पीएमएसबीवाई योजनाओं के तहत सार्वभौमिक कवरेज सुनिश्चित करने की सलाह दी। इसके अलावा, उन्होंने राज्य में एनआरएलएम स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के लिए क्रेडिट लिंकेज के महत्त्व पर जोर दिया।
उन्होंने तीसरी तिमाही के दौरान 80.00 प्रतिशत का सीडी अनुपात हासिल करने के लिए बैंकर्स की सराहना की तथा 'मुद्रा' स्वीकृतियों और वितरण में शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए बैंकर्स को बधाई दी।
इसके अलावा, उमा महादेवन ने यह भी बताया कि 31 दिसंबर, 2024 तक कृषि क्षेत्र के तहत 1,92,201 करोड़ रुपए के लक्ष्य के मुकाबले 1,49,299 करोड़ रुपए हासिल किए गए और तीसरी तिमाही में आवंटित लक्ष्य का 78 प्रतिशत हासिल किया गया। एमएसएमई के तहत बैंकों ने 77 प्रतिशत तथा कुल प्राथमिकता क्षेत्र ने 76 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की है।
उन्होंने बैंकर्स से वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सभी मापदंडों के तहत निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने और ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन को बढ़ाने के लिए आईआईबीएफ प्रशिक्षित महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) सदस्यों को बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट (बीसी) के रूप में तैनात करने का आग्रह किया।