मोदी के 'दोस्त' पुतिन बने 5वें कार्यकाल के लिए रूसी राष्ट्रपति

यह कार्यकाल छह साल तक चलेगा

Photo: narendramodi FB page

मॉस्को/दक्षिण भारत। रूस में मंगलवार से व्लादिमीर पुतिन का बतौर राष्ट्रपति पांचवां कार्यकाल शुरू हो गया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह समारोह ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस में आयोजित किया गया। यहां 71 वर्षीय पुतिन ने अपने कार्यस्थल से उस स्थान तक एक छोटी कार से सवारी की।

वर्तमान प्रोटोकॉल का उपयोग पहली बार वर्ष 1996 में किया गया था, जब बोरिस येल्तसिन ने कार्यालय में अपना दूसरा कार्यकाल ग्रहण किया था। इस दौरान इस्तेमाल की जाने वाली संविधान की एक विशेष प्रति पर हाथ रखकर देश और उसके लोगों की सेवा करने की शपथ ली जाती है।

मंगलवार को इस्तेमाल किए गए दस्तावेज़ को वर्ष 2020 में अपनाए गए संशोधनों और चार पूर्व यूक्रेनी क्षेत्रों को शामिल करने के लिए अद्यतन किया गया था, जिन्होंने वर्ष 2022 में रूस में शामिल होने के लिए जनमत संग्रह में मतदान किया था।

इस मौके पर रूसी संसद के दोनों सदनों के विधायक और संवैधानिक न्यायालय के न्यायाधीश मौजूद थे। शपथ के बाद, मुख्य न्यायाधीश वालेरी ज़ोर्किन ने पुतिन के पांचवें राष्ट्रपति पद की पुष्टि की, जो छह साल तक चलेगा।

पुतिन के पिछले कार्यकाल वर्ष 2000, 2004, 2012 और 2018 में शुरू हुए थे। स्थानीय मीडिया ने कहा कि यह वर्ष उल्लेखनीय है, क्योंकि कई पश्चिमी देशों और यूरोपीय संघ ने इस आयोजन का बहिष्कार करने का फैसला किया है।

उनकी सरकारों का दावा है कि रूस में इस साल का राष्ट्रपति चुनाव, जिसे पुतिन ने रिकॉर्ड 87.28 प्रतिशत वोटों से जीता, स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं था। पश्चिम के साथ रूस के संबंध इतिहास में सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। मॉस्को ने अमेरिका और उसके सहयोगियों पर रूस के खिलाफ छद्म युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया है।

उसके नेतृत्व ने कहा है कि प्रतिबंध, राजनयिक दबाव और यूक्रेन को सैन्य सहायता की आपूर्ति का उद्देश्य रूस के विकास को रोकना है। पश्चिम का दावा है कि वह पुतिन और उनकी सरकार की 'अकारण आक्रामकता' पर प्रतिक्रिया कर रहा है।

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