गोवा: 'अवैध' रूप से बने मकानों को गिराने से संबंधित सिद्दरामैया की पोस्ट पर भाजपा ने क्या कहा?

'उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया'

Photo: Siddaramaiah.Official FB page

पणजी/दक्षिण भारत। भाजपा ने गोवा में कन्नड़िगाओं के कथित रूप से अवैध रूप से बने कुछ मकानों को गिराने पर टिप्पणियों के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामैया की आलोचना की है। उसने कहा कि उन्हें पहले अपने राज्य में समस्याओं को हल करने के लिए काम करना चाहिए।

भारतीय जनता पार्टी के गोवा प्रवक्ता गिरिराज पई वर्नेकर ने मीडिया को बताया कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया।

उत्तरी गोवा जिले के सांगोल्डा गांव में स्थानीय कम्यूनिडेड (सामुदायिक संस्था) के स्वामित्व वाली भूमि पर अवैध रूप से बनाए गए कुल 22 मकानों को अधिकारियों ने शुक्रवार और शनिवार को ध्वस्त किया।

सिद्दरामैया ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था, 'गोवा के सांगोल्डा में कन्नड़िगाओं के मकानों के विध्वंस से बेहद चिंतित हूं। मैं, गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत से अपील करता हूं कि विकल्प उपलब्ध होने तक आगामी तोड़फोड़ तुरंत रोकें और सुनिश्चित करें कि सभी विस्थापितों को पर्याप्त पुनर्वास मिले।'

उन्होंने अपनी पोस्ट में मीडिया रिपोर्ट्स और ध्वस्तीकरण की तस्वीरें साझा कीं और कहा, 'यह महत्त्वपूर्ण है कि हम हर प्रभावित परिवार की गरिमा और स्थिरता को बनाए रखें।'

पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, गोवा भाजपा के प्रवक्ता वर्नेकर ने दावा किया कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री अपने ही लोगों की देखभाल करने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि सिद्दरामैया को पहले अपने राज्य में दिक्कतों को देखना चाहिए।

उन्होंने कहा, 'बेंगलूरु गंभीर जल संकट से जूझ रहा है। जहां तक ध्वस्तीकरण अभियान का सवाल है, यह उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद चलाया जा रहा है और रिपोर्ट दाखिल करने की समय सीमा है।'

वर्नेकर ने कहा कि यह कम्यूनिडेड ही थी, जो अवैध रूप से बने मकानों के खिलाफ अदालत गई थी।

उन्होंने कहा, 'गोवा के मुख्यमंत्री पहले ही वादा कर चुके हैं कि हर संभव मदद दी जाएगी।'

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