राजस्थान: डोटासरा के परिसरों पर ईडी के छापे, गहलोत के बेटे को भेजा समन
ईडी के दलों के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का एक सशस्त्र दल भी है
तलाशी शुरू होने के तुंरत बाद डोटासरा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा- ‘सत्यमेव जयते’
जयपुर/भाषा। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राजस्थान में कथित परीक्षा पत्र लीक मामले की धन शोधन जांच के सिलसिले में बृहस्पतिवार को कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और महुआ विधानसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार ओमप्रकाश हुड़ला के परिसरों पर छापे मारे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पूर्व स्कूली शिक्षा मंत्री डोटासरा के सीकर और जयपुर में स्थित परिसरों और दौसा में महुआ सीट से पार्टी के उम्मीदवार हुड़ला तथा कुछ अन्य के परिसरों की तलाशी ली जा रही है।ईडी के दलों के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक सशस्त्र दल भी है।
तलाशी शुरू होने के तुंरत बाद डोटासरा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘सत्यमेव जयते।’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी डोटासरा के परिसरों पर छापे और अपने बेटे वैभव गहलोत को ईडी द्वारा समन भेजे जाने की पुष्टि करते हुए ‘एक्स’ पर कहा कि राज्य में हर दिन ईडी द्वारा छापे मारे जा रहे हैं, ‘क्योंकि भारतीय जनता पार्टी नहीं चाहती कि कांग्रेस पार्टी की गारंटी महिलाओं, किसानों तथा गरीबों तक पहुंचे।’
राजस्थान में 200 सदस्यीय विधानसभा के लिए 25 नवंबर को मतदान होगा।
डोटासरा सीकर में लक्ष्मणगढ़ सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार सुभाष महरिया के खिलाफ कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। वे इस सीट से मौजूदा विधायक भी हैं।
हुड़ला निर्दलीय विधायक हैं तथा कांग्रेस ने इस बार उन्हें महुआ विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है।
ईडी ने इस मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा और अनिल कुमार मीणा तथा भूपेंद्र सरन नामक दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। उसने जून में इस मामले की जांच के सिलसिले में राजस्थान में कई स्थानों पर छापे मारे थे।
धन शोधन का मामला आरोपियों के खिलाफ राजस्थान पुलिस द्वारा दर्ज की गईं प्राथमिकियों से निकला है।
ईडी ने कहा था कि आरोपियों ने ‘एक-दूसरे की मिलीभगत से वरिष्ठ अध्यापक ग्रेड 2 प्रतिस्पर्धी परीक्षा 2022 के सामान्य ज्ञान के प्रश्न पत्र को लीक किया जो आरपीएससी द्वारा 21 दिसंबर, 2022; 22 दिसंबर, 2022 और 24 दिसंबर, 2022 को संपन्न कराया जाना था। आरोपियों ने यह प्रश्नपत्र परीक्षा दे रहे उम्मीदवारों को उपलब्ध कराया तथा प्रति उम्मीदवार आठ से 10 लाख रुपए लिए थे।’