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निवेशकों के पास भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे का हिस्सा बनने का मौका: मोदी

मोदी ने कहा कि भारत ने गलियारे पर आम सहमति बनाने के लिए जी-20 शिखर सम्मेलन में जोर दिया

निवेशकों के पास भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे का हिस्सा बनने का मौका: मोदी
मोदी ने कहा कि बहुत कम देशों को विकास, जनसांख्यिकी, लोकतंत्र और मांग का सौभाग्य मिला हुआ है

मुंबई/भाषा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि निवेशकों के पास देश के साथ साझेदारी करने और भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईईसी) का हिस्सा बनने का अवसर है।

यहां ‘ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन’ का उद्घाटन करने के बाद मोदी ने कहा कि भारत ने गलियारे पर आम सहमति बनाने के लिए जी-20 शिखर सम्मेलन में जोर दिया।

मोदी ने कहा कि बहुत कम देशों को विकास, जनसांख्यिकी, लोकतंत्र और मांग का सौभाग्य मिला हुआ है। साथ ही उन्होंने वैश्विक निवेशकों को भारत की विकास यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इतिहास में जब भी भारत की समुद्री क्षमताएं मजबूत हुई हैं तो इससे देश तथा दुनिया को फायदा हुआ है। उनकी सरकार पिछले 9-10 वर्षों में समुद्री क्षेत्र को मजबूत करने के लिए काम कर रही है।

शिखर सम्मेलन के तीसरे संस्करण में मोदी ने 18,800 करोड़ रुपए से अधिक की बंदरगाह से जुड़ीं परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में दीनदयाल बंदरगाह प्राधिकरण में 4,539 करोड़ रुपए के ‘टूना टेकरा ऑल-वेदर डीप-ड्राफ्ट टर्मिनल’ की आधारशिला भी रखी, जिसे भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे की सहायता के लिए विकसित किया जा रहा है।

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