कड़ी सुरक्षा के बीच नए संसद भवन का उद्घाटन

दिल्ली में हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया

पुलिस ने कहा था कि ‘महिला महापंचायत‘ आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी

नई दिल्ली/भाषा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन किए जाने के मौके पर लुटियंस दिल्ली में हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया और सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

संसद से लगभग दो किलोमीटर दूर जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने कहा था कि वे किसी भी कीमत पर नए भवन के पास अपनी 'महिला महापंचायत' करेंगे।

पुलिस ने हालांकि कहा था कि ‘महिला महापंचायत‘ आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, लिहाजा किसी भी प्रदर्शनकारी को संसद भवन की ओर जाने नहीं दिया गया।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर और कई अवरोधक एवं पर्याप्त पुलिस चौकियां लगाकर सुरक्षा कड़ी की गई। इसके अलावा, कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय राजधानी और इसके सीमावर्ती क्षेत्रों में सघन गश्त भी की गई।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हजारों किसान रविवार को पूर्वाह्न साढ़े 10 बजे दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर इकट्ठा होंगे और फिर प्रदर्शनकारी पहलवानों को समर्थन देने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करेंगे। किसान अन्य सीमा बिंदुओं से भी दिल्ली में प्रवेश करेंगे।

प्रदर्शनकारी पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ब्रज भूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की है। सिंह पर कई महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया है।

पुलिस ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) से भी आग्रह किया है कि वह कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरत पड़ने पर एमसी प्राथमिक बालिका विद्यालय, कंझावला चौक, पुराना बवाना को अस्थायी जेल बनाने की अनुमति प्रदान करे।

पुलिस के एक और वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में कई जानी-मानी हस्तियों के शामिल होने के मद्देनजर लुटियंस दिल्ली में सुरक्षा कड़ी की गई और हजारों सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया।

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