पाक में फौज पर ताबड़तोड़ हमले, अब बलोचिस्तान में 3 जवान ढेर

फौज की मीडिया मामलों की शाखा आईएसपीआर ने इसकी पुष्टि की है

भारी गोलाबारी में तीन जवान ढेर हो गए

क्वेटा/दक्षिण भारत। पाकिस्तान में फौज पर फिर हमला हुआ है, जिसमें उसके तीन जवान मारे गए हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, शनिवार को बलोचिस्तान के जरगुन इलाके में एक चौकी पर हुए हमले की जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी मारा गया और तीन जवानों की जान गई।

फौज की मीडिया मामलों की शाखा आईएसपीआर ने इसकी पुष्टि की है। उसके द्वारा जारी किए गए एक बयान के अनुसार, आतंकवादियों के एक समूह द्वारा सुबह एक चौकी पर हमला किया गया था, जिसे हाल ही में 'क्षेत्र में कोयला खदानों को लक्षित करने वाले जबरन वसूली के प्रयासों की जांच में मदद करने के लिए' स्थापित किया गया था।

उसने कहा कि भारी गोलाबारी में तीन जवान ढेर हो गए। यहां ऑपरेशन चलाया जा रहा था। फौज को यहां से खदेड़ने के लिए आतंकवादियों की ओर से गोलाबारी की गई। बता दें कि यह हमला पूरे मुल्क में, विशेष रूप से खैबर पख्तूनख्वा और बलोचिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि के बीच हुआ है, क्योंकि प्रतिबंधित आतंकवादी समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने नवंबर में सरकार के साथ अपना संघर्ष विराम समाप्त कर दिया था।

इस महीने की शुरुआत में केपी के उत्तरी वजीरिस्तान जिले के दिर दुनी इलाके में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में पाकिस्तानी फौज के छह जवान ढेर हो गए थे।

पिछले महीने अपनी पहली प्रेस वार्ता में आईएसपीआर के महानिदेशक मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा था कि पिछले साल 436 आतंकवादी घटनाओं में कम से कम 293 लोग मारे गए और 521 घायल हुए थे।

केपी में, 219 आतंकवादी गतिविधियों में 192 लोग मारे गए, जबकि बलोचिस्तान में 206 घटनाओं में 80 लोग, पंजाब में पांच हमलों में 14 लोग और सिंध में छह आतंकवादी घटनाओं में सात लोग मारे गए थे।

उन्होंने कहा था कि फौज और कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने पिछले वर्ष 8,269 खुफिया-आधारित अभियान चलाए, जिसमें 1,378 संदिग्ध आतंकवादी पकड़े गए और 157 मारे गए।

डीजी आईएसपीआर ने यह भी कहा था कि चालू वर्ष में आतंकवाद विरोधी अभियानों में कुल 137 सुरक्षाकर्मी ढेर हुए और 117 घायल हुए हैं।

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