कराची/दक्षिण भारत। पाकिस्तान में आतंकवाद, आर्थिक बदहाली के बीच सरकार पर संकट मंडराने लगा है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने कहा है कि अगर केंद्र सिंध के बाढ़ पीड़ितों को राहत देने के अपने वादे को पूरा नहीं करता है तो उनकी पार्टी के लिए सरकार का हिस्सा बने रहना बहुत मुश्किल होगा।
भुट्टो ने डिजिटल जनगणना के संचालन के तरीके पर भी आपत्ति जताई। बता दें कि उनकी पार्टी की सिंध में सरकार है। वहां पिछले साल आई बाढ़ ने भयंकर तबाही मचाई थी। भुट्टो ने प्रांतीय बजट से बेनज़ीर आय सहायता कार्यक्रम को 8.39 बिलियन रुपए हस्तांतरित किए, जो कि 12 एकड़ तक कृषि भूमि वाले प्रत्येक छोटे किसानों को 5,000 रुपए प्रति एकड़ के वितरण के लिए थे।
चूंकि सब्सिडी कार्यक्रम के माध्यम से बाढ़ प्रभावित किसानों को राहत देने करने के लिए 13.5 बिलियन रुपए की जरूरत थी, इसलिए यह फैसला लिया गया कि केंद्र सरकार 4.7 बिलियन रुपए की सब्सिडी देगी और बाकी 8.39 बिलियन रुपए सिंध सरकार द्वारा दिए जाएंगे।
इस तरह भुट्टो ने केंद्र की पीडीएम के नेतृत्व वाली सरकार को उसके वादे की याद दिलाते हुए तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि हम इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे।
भुट्टो ने लोगों को भरोसा दिलाया कि बाढ़ पीड़ितों से किए गए वादों को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री से भी बात करेंगे, अन्यथा पीपीपी के लिए केंद्र सरकार का हिस्सा बने रहना बहुत मुश्किल होगा।