चेन्नई/दक्षिण भारत। तमिलनाडु विधानसभा की इरोड पूर्व सीट पर सोमवार को उपचुनाव के दौरान मतदाताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। आंकड़ों के अनुसार, शाम छह बजे तक करीब 74.69 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले।
क्षेत्र के मतदाता केंद्रों पर दिनभर रौनक रही। उम्मीदवार भी अपनी जीत के दावे करते रहे। इस सीट पर करीब 2.27 लाख मतदाता हैं। इनमें 1.11 लाख पुरुष, 1.16 लाख महिलाएं और 25 ट्रांसजेंडर शामिल हैं।
सुबह सात बजे मतदान शुरू होने से पहले ही लोग मतदाता केंद्रों का रुख करने लगे थे। मतदान के लिए कुल 1,206 अधिकारी, 286 पीठासीन अधिकारी, 858 मतदान अधिकारी और 62 अतिरिक्त अधिकारी तैनात किए गए। जिला कलेक्टर एच कृष्णनुन्नी ने इरोड के संपत नगर स्थित मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला।
चुनाव अधिकारियों ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों से मतदान केंद्रों पर नजर रखी गई। मॉक पोल के दौरान 5 ईवीएम में दिक्कत पाई गई, जिन्हें बदल दिया गया। रिटर्निंग अधिकारी शिवकुमार ने कहा कि पूरे निर्वाचन क्षेत्र में सब कुछ ठीक चला। कार्यालय से सभी मतदान केंद्रों पर स्थिति की निगरानी की गई।
वहीं, पेरियार नगर में अन्नाद्रमुक और द्रमुक कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई। पुलिस ने उन्हें शांत कराने की कोशिश की। इस सीट से द्रमुक समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार ईवीकेएस एलंगोवन ने वोट डालने के बाद अपनी जीत का दावा किया। उन्होंने यह भी कहा कि इस चुनाव के परिणाम 2024 के लोकसभा चुनावों में दिखाई देंगे।
अन्नाद्रमुक उम्मीदवार केएस थेन्नारासु ने करुंगलपलायम के मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला। उन्होंने 25,000 मतों के अंतर से चुनाव जीतने का दावा किया और कहा कि मतदान शांतिपूर्वक चल रहा है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी सत्यब्रत साहू सचिवालय स्थित चुनाव नियंत्रण कक्ष से उपचुनाव की निगरानी कर रहे थे।
अधिकारियों ने कहा कि अन्नाद्रमुक ने रिटर्निंग अधिकारी से शिकायत की कि कुछ द्रमुक कार्यकर्ता अशोकपुरम में नकदी बांट रहे हैं, लेकिन जब अधिकारी मौके पर पहुंचे तो उन्हें कोई नहीं मिला। बीस से अधिक लोगों ने कारुंगलपलायम में एक मतदान केंद्र के सामने यह कहते हुए सड़क रोकी कि मतदाताओं को तीन घंटे तक इंतजार कराया गया। इसी तरह अग्रहारम मतदान केंद्र पर शिकायतों के बाद पेयजल के कैन रखे गए।
सत्यब्रत साहू ने कहा कि मतदाताओं को आधार कार्ड के साथ मतदान करने की अनुमति है। बता दें कि इस संबंध में कुछ शिकायतें आई थीं।