नई दिल्ली। सीनियर स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि कैरियर के लिए खतरा बनी चोट से वापसी करना आसान नहीं होता और यही वजह है कि दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन भारत के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला में ब़डी चुनौती साबित नहीं होंगे।स्टेन पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच के दौरान कंधे की हड्डी खिसकने के बाद से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से दूर हैं।हरभजन ने प्रेस ट्रस्ट से कहा, डेल स्टेन पिछले दस साल में सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज है लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करना आसान नहीं होता। जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट मैच इसका सूचक नहीं है कि वह भारत के खिलाफ कैसे खेल सकता है। उन्होंने कहा, भारत के बल्लेबाजी क्रम को देखें। हमारे पास मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं। यह विश्व क्रिकेट का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी क्रम है। स्टेन और मोर्कल के लिए इस बल्लेबाजी क्रम पर अंकुश लगाना बहुत कठिन होगा खासकर तब जबकि वे खुद अपनी लय हासिल करने की जुगत में होंगे।हरभजन ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में बल्लेबाजों को उछाल से पार पाना होगा। उन्होंने कहा, २० ओवरों के बाद कूकाबूरा गेंद सीम लेना बंद कर देगी। उसके बाद उछाल से ही पार पाना होगा। इस बारे में बहस चल रही है कि हरफनमौला हार्दिक पंड्या छठे नंबर के लिए सही विकल्प हैं या नहीं लेकिन हरभजन सिंह का मानना है कि रोहित शर्मा को इस क्रम पर उतारना चाहिए।हरभजन ने कहा, रोहित शानदार खिला़डी है। वह पूल और कट शाट बखूबी खेलता है। मेरी नजर में वह नंबर छह के लिए सबसे उपयुक्त है। हम उछाल भरी गेंदों पर भी अपने स्ट्रोक्स खेल सकता है। उन्होंने कहा, हार्दिक प्रतिभाशाली ल़डका है और रोहित मुकम्मल बल्लेबाज हैं। दक्षिण अफ्रीका में पहले टेस्ट से पूर्व भारत को एकमात्र अभ्यास मैच मिला है लेकिन हरभजन इसे ज्यादा तूल नहीं देना चाहते। उन्होंने कहा, टीम प्रबंधन ने यह फैसला लेने से पहले सोचा होगा। अभ्यास मैच नहीं मिलने पर भी नेट गेंदबाज उन्हें मैच के समान अभ्यास का पूरा मौका देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ३०० टेस्ट विकेट ले चुके स्पिनर आर अश्विन की भारतीय टेस्ट एकादश में जगह पक्की होनी चाहिए। उन्होंने कहा, यदि अश्विन की ३०० टेस्ट विकेट के बाद भी जगह पक्की नहीं है तो फिर कब।
भारत से स्टेन को चुनौती : हरभजन
भारत से स्टेन को चुनौती : हरभजन