'रामायण’ धारावाहिक में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी का निधन

उनका अंतिम संस्कार बुधवार सुबह कांदिवली के दहाणुकर वाड़ी श्मशान घाट पर किया गया


मुंबई/भाषा। भारतीय टेलीविजन के 1986 के सबसे लोकप्रिय पौराणिक धारावाहिक ‘रामायण’ में रावण का किरदार निभाने वाले अनुभवी अभिनेता अरविंद त्रिवेदी का मंगलवार देर शाम दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनकी आयु 80 वर्ष के आसपास थी।

उनके भतीजे कौस्तुभ त्रिवेदी ने बताया कि अभिनेता लंबे समय से बीमार थे और उन्होंने उपनगर कांदिवली में अपने आवास पर रात दस बजे अंतिम सांस ली।

कौस्तुभ ने कहा, ‘उन्हें उम्र से संबंधित कई स्वास्थ्य समस्याएं थीं और वह स्वस्थ नहीं थे। वह पहले अस्पताल में भी भर्ती रहे और हाल में उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी। उनका रात करीब 10 से साढ़े 10 बजे के करीब उनके आवास पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।’

उनका अंतिम संस्कार बुधवार सुबह कांदिवली के दहाणुकर वाड़ी श्मशान घाट पर किया गया।

‘रामायण’ में अरविंद त्रिवेदी के साथ काम कर रहे कलाकारों समेत कई हस्तियों ने सोशल मीडिया पर उनके निधन पर शोक जताया।

इस पौराणिक धारावाहिक में सीता का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री दीपिका चिखलिया ने लिखा, ‘उनके परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं ... वह एक बहुत अच्छे इंसान थे।’

‘रामायण’ में लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले अभिनेता सुनील लहरी ने कहा कि वह इस खबर से बहुत दुखी हैं क्योंकि उन्होंने एक प्रिय मित्र और एक शुभचिंतक खो दिया। उन्होंने कहा, ‘यह हम सभी के लिए बहुत दुखद खबर है। हमारे प्रिय अरविंद भाई अब हमारे साथ नहीं रहे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें ... मैं निशब्द हूं। मैंने एक पिता तुल्य, मेरे मार्गदर्शक, शुभचिंतक और सज्जन व्यक्ति को खो दिया है।’

अरिवंद त्रिवेदी 2002-2003 तक केंद्रीय फिल्म सत्यापन बोर्ड (सीबीएफसी) के अध्यक्ष भी रहे।

सीबीएफसी के मौजूदा अध्यक्ष प्रसून जोशी ने भी दिवंगत अभिनेता को ट्वीटर पर श्रद्धांजलि दी। जोशी ने कहा, ‘आदरणीय अरविंद जी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। वह एक अच्छे अभिनेता थे और उन्होंने कुछ वर्षों तक सीबीएफसी का मार्गदर्शन भी किया। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।’

फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने लिखा, ‘जाने माने थिएटर, टीवी और फिल्म अभिनेता अरविंद त्रिवेदी जी का दिल का दौरा पड़ने से निधन होने की खबर के बारे में जानकर दुखी हूं। उनके पूरे परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। ओम शांति।’

अरविंद त्रिवेदी ने करीब 300 हिंदी और गुजराती फिल्मों में अभिनय किया और उन्हें 1986 में रामानंद सागर के टीवी धारावाहिक ‘रामायण’ से घर-घर में पहचान मिली। उन्होंने टीवी धारावाहिक ‘विक्रम और बेताल’ (1985) और 1998 में आयी गुजराती फिल्म ‘देश रे जोया दादा परदेश जोया’ में भी काम किया।

अभिनय के अलावा अरविंद त्रिवेदी 1991 में भारतीय जनता पार्टी की टिकट से साबरकांठा निर्वाचन क्षेत्र से संसद में निर्वाचित हुए और 1996 तक सांसद रहे।

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