मुंबई/दक्षिण भारत/भाषा। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का सोमवार शाम 4.15 बजे विले पार्ले स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सुशांत के परिजन सहित टीवी और फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों ने अभिनेता को नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
अंतिम यात्रा में रिया चक्रवर्ती, श्रद्धा कपूर, कृति सैनन और विवेक ओबेरॉय भी शामिल हुए। सुशांत का परिवार पटना से मुंबई पहुंचा था। कोरोना महामारी के कारण चुनिंदा लोगों को ही अंतिम संस्कार में जाने की अनुमति मिली थी। अंतिम संस्कार के समय बारिश हुई जिस पर लोगों ने कहा कि आज आसमान भी सुशांत के इस तरह चले जाने से गमगीन है।
बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत का परिवार उनका अंतिम संस्कार गृहराज्य में करना चाहता था लेकिन कोरोना महामारी के मद्देनजर पार्थिव शरीर बिहार लाना संभव नहीं था। अभिनेता के चचेरे भाई एवं भाजपा विधायक नीरज सिंह बबलू ने कहा, ‘हम यहां अंतिम संस्कार करना चाहते थे, लेकिन कोरोना वायरस के मद्देनजर यह संभव नहीं है।’
उन्होंने सुशांत के बारे में कहा, ‘दो-तीन महीने पहले बातचीत हुई थी। लगभग एक साल पहले आया था। पटना, सहरसा और गांव भी ले गए थे। हम लोग कभी सोच भी नहीं सकते थे कि ये दिन देखना पड़ेगा। इतना होनहार और हिम्मत वाला और उसके साथ ऐसी घटना हो जाए। हम लोग इतने मर्माहत हैं कि कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘उसमें हौसले में कोई कमी नहीं थी कि जो इस तरह का कदम उठाए। पर ऐसा हुआ क्यों, यह भी जांच का विषय है। कोई आर्थिक समस्या नहीं थी।’ सुशांत के साथ घटना को एक साजिश बताए जाने के बारे में नीरज ने कहा, ‘मुंबई को मायानगरी भी कहा जाता है। हम लोग भी इससे पूरी तरह इंकार नहीं करते हैं। इतना हौसला वाला लड़का था जो दूसरे को हिम्मत देता था।’
उन्होंने कहा, ‘उसकी आखिरी फिल्म ‘छिछोरे’ अवसाद पर आधारित थी कि कोई अवसाद के कारण आत्महत्या न करे। ऐसे में मुझे नहीं लगता कि वह ऐसा कर सकता था।’
सुशांत के साथ बिताए किसी महत्वपूर्ण क्षण के बारे में पूछे जाने पर भावुक होकर नीरज ने कहा ‘बहुत सारे ऐसे क्षण हैं। बचपन में साथ.. मेरी शादी में उछलकूद मचाए हुए था।’ उन्होंने कहा, हम इस साल के अंत में उसकी शादी करने की योजना बना रहे थे।’ सुशांत पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे थे।