दस्तकार नेचर उत्सव में खूबसूरत साड़ियों ने लगाए चार चांद

यह प्रदर्शनी उन कारीगरों की मदद के लिए आयोजित की गई है, जो महामारी और ऑनलाइन बिक्री के कारण बहुत अधिक प्रभावित हुए हैं


चेन्नई/दक्षिण भारत। दस्तकार नेचर उत्सव में देशभर से बुनकर और कारीगर भाग ले रहे हैं। आयोजकों ने बताया कि यह 15 जुलाई से 24 जुलाई तक जारी रहेगा। इसमें शिरकत के लिए लोग आयोजन स्थल चेन्नई के राधाकृष्णन नगर में सीईआरसी प्रदर्शनी ग्राउंड उमड़ रहे हैं।

यह प्रदर्शनी उन कारीगरों की मदद के लिए आयोजित की गई है, जो महामारी और ऑनलाइन बिक्री के कारण बहुत अधिक प्रभावित हुए हैं। इस मेले के माध्यम से प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए देशभर से 135 स्टॉल लगाए गए हैं।

इसके जरिए उत्तर-पूर्व भारत की समृद्ध बुनाई और पारंपरिक हथकरघा व हस्तशिल्प से रूबरू होने का मौका मिलेगा। एमवी हस्तशिल्प द्वारा आयोजित दस्तकार नेचर उत्सव प्रदर्शनी में न केवल पूर्वोत्तर के उत्कृष्ट कपास और रेशम के हथकरघा निर्मित वस्त्र प्रदर्शित किए जाएंगे, बल्कि ग्रामीण कारीगरों को उनकी अनूठी कला को बढ़ावा देने के लिए एक मंच पर लाया जाएगा।

इसके अलावा राजस्थान से विभिन्न प्रकार के हथकरघों से निर्मित, जैसे सांगानेरी साड़ी, जयपुर बेडशीट, पोशाक सामग्री, ब्लॉक प्रिंट सामग्री, सूट, टॉप, पारंपरिक चादरें उपलब्ध रहेंगी। साथ ही पश्चिम बंगाल से कांथा वर्क, कश्मीर से पश्मीना, कोलकाता से धोपियां, बलूचेरी बुटीक साड़ी आदि प्रमुख आकर्षण रहेंगी।

आयोजन में छत्तीसगढ़ से तुसारा मडका, पोचमपल्ली, इक्कत चूड़ीधर, तेलंगाना से कलमकारी, बनारस ज़म्बानी, सिल्क साड़ी, मैसूरु सिल्क साड़ी, कुशन कवर, मध्य प्रदेश की माहेश्वरी साड़ी, बिहार की पोशाक सामग्री, गुजरात की बन्धनी और कच्छ-भुज का आकर्षक सामान चार चांद लगाएगा।

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