शिवकुमार के आरोपों पर अश्वत्थ नारायण का पलटवार- मेरी उपलब्धियां बर्दाश्त नहीं, करूंगा कानूनी कार्रवाई

पीएसआई भर्ती परीक्षा से जुड़ा है मामला


बेंगलूरु/दक्षिण भारत। पुलिस उप निरीक्षकों की भर्ती परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर सियासी घमासान जारी है। कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार द्वारा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. सीएन अश्वत्थ नारायण के खिलाफ आरोप लगाए जाने के बाद उन्होंने पलटवार किया है।

मंत्री ने एक कन्नड़ कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि आरोप निराधार हैं और वे इस संबंध में कानूनी कार्रवाई करेंगे।

उन्होंने कहा कि मैंने जनसेवक के रूप में लोगों की सेवा करने के लिए राजनीति में प्रवेश किया था। मेरा जीवन पारदर्शी है। मेरी छवि खराब करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेंगलूरु दौरे की पूर्व संध्या पर निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं। आरोपों में रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है।

इस बीच, केपीसीसी प्रमुख शिवकुमार ने मीडिया प्रतिनिधियों को दिए अपने बयान में कन्नड़ कहावत का जिक्र करते हुए आरोप लगाए।

डॉ. नारायण ने मीडिया को अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि सतीश मेरे बड़े भाई हैं। लेकिन मैं नहीं जानता कि दर्शन गौड़ा कौन है। मैंने उसे देखा भी नहीं है। मेरे राजनीतिक विरोधी मेरी छवि को खराब करने के निचले स्तर तक गिर गए हैं क्योंकि वे मेरी उपलब्धियों को बर्दाश्त नहीं कर सकते।

मंत्री ने कहा कि उनका दृढ़ विश्वास है कि सार्वजनिक जीवन से भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीएसआई घोटाले में शामिल लोगों को दोषमुक्त करने का कोई सवाल ही नहीं है। सीआईडी की जांच शुरू हो चुकी है और जांच रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। मीडिया या कोई भी मेरे रिकॉर्ड की जांच करने के लिए स्वतंत्र है। समाचार पत्रों को इस पर ध्यान देना चाहिए।

डॉ. नारायण ने कहा कि शिवकुमार राजनीति में मेरे उदय को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं और अपने गुर्गों के साथ फिक्सिंग की कोशिश कर रहे हैं। आरोपों की उत्पत्ति जानने के लिए विस्तार से जांच की जानी चाहिए।

डॉ. नारायण ने कहा कि वे अपने परिवार को घिनौने राजनीतिक खेल में घसीटने की निम्न स्तर की कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने कभी किसी गरीब के पेट पर वार नहीं किया और न ही किसी को नुकसान पहुँचाया। मैंने लोगों की सेवा करने के लिए राजनीति में प्रवेश किया है। उन्होंने अपने विरोधियों को सबूत पेश करके आरोपों को साबित करने की चुनौती देते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो वे कानूनी कार्रवाई करेंगे।

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