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कर चोरी मामले में और होंगी गिरफ्तारी : प्रधान मुख्य आयुक्त

कर चोरी मामले में और होंगी गिरफ्तारी : प्रधान मुख्य आयुक्त

बेंगलूरु। टैैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज करते हुए कर्नाटक और गोवा सर्कल के आयकर आयुक्त ने गुरुवार को ४० लाख रुपए की टैक्स चोरी के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया और चेतावनी दी कि टैक्स चोरी के खिलाफ आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। आयकर विभाग के गोवा और कर्नाटक सर्कल के प्रधान मुख्य आयुक्त रजनीश कुमार ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से कहा, जब तक गिरफ्तार किए गए व्यक्ति से टैक्स की पूरी रकम वसूल नहीं हो जाती उसे जेल में ही रहना होग। उन्होंने टैक्स चोरी करने वालों को आगाह किया कि भविष्य में इस प्रकार के मामलों में और अधिक गिरफ्तारी की जाएगी क्योंकि विभाग ने कर्नाटक में पहली बार लंबे समय बाद गिरफ्तारी करने के अपने अधिकार का इस्तेमाल किया है। १६.४५ लाख रुपए के स्वयं मूल्यांकित टैक्स का भुगतान करने में विफल रहने वाले व्यक्ति का नाम बताने से इंकार करते हुए कुमार ने कहा कि इस टैक्स चोरी करने वाले ने लंबे समय से वर्ष २०११-१२ के अपने टैक्स का भुगतान नहीं किया था और आयकर अधिनियम के तहत संलग्न अपनी संपत्तियों से खुद को अलग कर लिया था। इस मामले में अक्टूबर २०१० में इस व्यक्ति के ठिकानों की तलाशी ली गई थी और ५ करो़ड रुपए जब्त भी किए गए थे।कुमार ने गुरुवार को अपने कार्यालय के सामने कांग्रेस द्वारा अन्वेषण महानिदेशक को स्थानांतरित करने और उन पर तलाशी और छापेमारी की कार्रवाई के लिए विशेष रुप से कांग्रेस के नेताओं को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन करने के बारे में कुछ भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। कुमार ने पत्रकारों को बताया कि उन्हें कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव सहित प्रदर्शन करने वाले अन्य कांग्रेस नेताओं से एक ज्ञापन प्राप्त हुआ है और उन्होंने इस ज्ञापन को आगे की कार्रवाई के लिए चेयरमैन को अग्रसारित कर दिया है।उन्होंने कहा कि मौजूदा वर्ष के दौरान विभाग द्वारा दर्ज मामलों की संख्या में काफी ब़ढोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा आयकर अधिनियम के तहत अलग-अलग ६६ आरोपों में १११ शिकायतें दर्ज की गई हैं जिनमें तलाशी और जब्ती का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि इस संख्या में और भी बढोत्तरी होने की उम्मीद है क्योंकि कई और मामले प्रक्रियाधीन हैं।

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