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अन्नाद्रमुक मंंत्रियों को लोगों की समस्याओं की चिंता नहीं : स्टालिन

अन्नाद्रमुक मंंत्रियों को लोगों की समस्याओं की चिंता नहीं : स्टालिन

चेन्नई। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने सोमवार को कहा कि राज्य की सत्तारुढ अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के मंत्रियों को राज्य के लोगों की चिंता नहीं है और यह लोग बस अपनी कुर्सी बचाने की चिंता में लगे हैं। उन्होंने कहा कि काफी संख्या में लोग डेंगू से बीमार हैं और कई लोगों की मौत हो चुकी है। अन्ना अरिवालयम में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सी विजय भाष्कर डेंगू के नियंत्रित होने का दावा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि इस दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं लेकिन वास्तविक स्थिति इससे अलग है।उन्होंने कहा कि ईडाप्पाडी के पलानीस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार सिर्फ पार्टी को नियंत्रित करने और सरकार को बचाने की कोशिश करने के अलावा कुछ और नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि वह अपना बहुमत बढाने के लिए विधायकों को खरीदने के लिए तैयार हैं लेकिन उनके पास लोगों के लिए समय नहीं है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पी धनपाल पर उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम और अन्य ११ विधायकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जिन्होंने इस वर्ष १८ फरवरी को मुख्यमंत्री पलानीस्वामी के खिलाफ वोट किया था।स्टालिन ने कहा कि गुटखा मामले पर विशेषाधिकार समिति द्वारा हमारी पार्टी के २१ विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की गई और उसके बाद हमें न्यायालय जाना प़डा। विधानसभा अध्यक्ष ने टीटीवी दिनाकरण का समर्थन कर रहे १८ विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया लेकिन इसके द्वारा पन्नीरसेल्वम और उसका समर्थन करने वाले ११ विधायकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का पद एक निष्पक्ष पद है जिस पर बैठे व्यक्ति को पारदर्शी होना चाहिए लेकिन अफसोस है कि तमिलनाडु में ऐसा नहीं है।

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