कर्नाटक: मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को बांटे विभाग, ये रखे अपने पास

कर्नाटक: मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को बांटे विभाग, ये रखे अपने पास

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई। फोटो स्रोत: फेसबुक पेज।

बेंगलूरु/भाषा। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को अपने नए मंत्रिमंडल के सदस्यों में विभागों का बंटवारा कर दिया, इनमें से अधिकतर मंत्रियों के पास उन्हीं विभागों की जिम्मेदारी है, जो पूर्ववर्ती बीएस येडियुरप्पा की सरकार में उनके पास थे। एक चौंकाने वाले कदम में पहली बार मंत्री बनने वालों को कुछ अहम विभागों की जिम्मेदारी दी गई है, जैसे अरगा ज्ञानेंद्र को गृह विभाग और वी सुनील कुमार को ऊर्जा के साथ ही कन्नडा और संस्कृति विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।

मुख्यमंत्री ने बुधवार को 29 मंत्रियों को शामिल कर अपने नए मंत्रिमंडल का विस्तार किया था। उनके मंत्रिमंडल में 23 चेहरे ऐसे हैं जो पूर्ववर्ती येडियुरप्पा मंत्रिमंडल में भी शामिल थे, जबकि छह नए चेहरों को भी उन्होंने जगह दी है। बोम्मई ने कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार (डीएपीआर), वित्त, खुफिया, मंत्रिमंडल मामलों, बेंगलूरु विकास और सभी गैरआवंटित विभागों का काम अपने पास रखा है।

बृहत बेंगलूरु महानगर पालिका के जल्द होने वाले चुनावों के मद्देनजर व्यापक रूप से यह उम्मीद की जा रही थी कि बेंगलूरु विकास विभाग का जिम्मा शहर के एक वरिष्ठ मंत्री को सौंपा जाएगा, लेकिन इस अहम विभाग के लिए कई दावेदारों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने इसे अपने पास ही रखा है।

पहली बार मंत्री बने बी सी नागेश को भी अहम जिम्मेदारी देते हुए प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग संभालने को कहा गया है, यह विभाग पिछली सरकार में सुरेश कुमार के पास था, जो इस बार मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं हैं। अधिकतर मंत्रियों के पास पिछली सरकार वाले विभाग ही हैं, जिनके मंत्रालय में बदलाव हुआ है उनमें गोविंद करजोल – जल संसाधन, सीसी पाटिल- लोक निर्माण, बी श्रीरामुलु- परिवहन और अनुसूचित जनजाति कल्याण, मुरुगेश निरानी- उद्योग शामिल हैं।

कोविड-19 महामारी के बीच के सुधाकर स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग दिया गया है, जो पहले भी उनके पास था। मंत्रिमंडल में एक मात्र महिला सदस्य शशिकला जोले को मुजराई, वक्फ और हज का प्रभारी बनाया गया है। वह येडियुरप्पा के मंत्रिमंडल में महिला एवं बाल विकास मंत्री थीं और उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। मंत्रिमंडल में नए चेहरे हलप्पा अचर अब महिला व बाल विकास मंत्रालय देखेंगे। उनके पास खदान एवं भूविज्ञान विभाग का जिम्मा भी होगा।

के एस ईश्वरप्पा ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग का काम पहले की तरह देखते रहेंगे। आर अशोक और वो सोम्मना भी पहले की तरह की क्रमश: राजस्व व आवास विभाग की जिम्मेदारी संभालते रहेंगे। इससे पहले दिन में विभागों के बंटवारे से पहले बोम्मई ने कहा, ‘मैं निश्चित रूप से सबसे खुशनसीब मुख्यमंत्री होऊंगा क्योंकि, किसी मंत्री ने किसी खास विभाग के लिये दबाव नहीं डाला।’

अन्य मंत्रियों में उमेश कट्टी को वन, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग मिला है जबकि एस अंगारा को मत्स्य, पोत और अंतरदेशीय परिवहन का जिम्मा दिया गया है। जे सी मधुस्वामी को लघु सिंचाई, विधि एवं संसदीय मामलों का मंत्री बनाया गया है, सीएन अश्वथ नारायण उच्च शिक्षा, आईटी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी व कौशल विकास मंत्रालय का काम देखेंगे। आनंद सिंह के पास पर्यावरण, पारिस्थितिकी और पर्यटन का कामकाज होगा, कोटा श्रीनिवास पुजारी सामाजिक कल्याण व पिछड़ा वर्ग विभाग का काम संभालेंगे।

इसके अलावा प्रभु चौहान को पशुपालन, शिवराम हेब्बर को श्रम, एसटी सोमशेखर को सहकारी विभाग दिया गया है। बीसी पाटिल को कृषि मंत्री बनाया गया है जबकि बी ए बसवराज शहरी विकास विभाग का काम देखेंगे। के गोपालैया आबकारी विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे। एमटीबी नागराज नगर प्रशासन व लघु उद्योग विभाग का कामकाज देखेंगे। नारायण गौडा को रेशम विभाग, युवा सशक्तिकरण तथा खेल विभाग दिया गया है। शंकर पाटिल मुनेनाकोप्पा को हथकरघा व वस्त्र विभाग तो मुनिरत्न को बागवानी एवं योजना विभाग का मंत्री बनाया गया है।

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