कर्नाटक ने पहली से नौंवी कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए मूल्यांकन प्रणाली पेश की

कर्नाटक ने पहली से नौंवी कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए मूल्यांकन प्रणाली पेश की

फोटो स्रोतः PixaBay

बेंगलूरु/भाषा। विद्यार्थियों की अकादमिक गतिविधियों पर पड़ रहे कोविड के असर के बीच कर्नाटक सरकार ने मंगलवार को पहली से नौवीं कक्षाओं तक के छात्र-छात्राओं को अगली कक्षाओं में प्रोन्नति के वास्ते प्रोन्नति मूल्यांकन प्रणाली पेश की।

प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस सुरेश कुमार ने कहा, ‘निरंतर एवं समग्र मूल्यांकन कार्यक्रम पहले से नौंवी तक के छात्र-छात्राओं के अगली कक्षा में प्रोन्नति के लिए निर्णायक कारक होगा।’

उन्होंने एक बयान में कहा कि विद्यालय 30 अप्रैल, 2021 तक परिणाम प्रक्रिया को पूरा करें। इस कार्यक्रम का अहम तत्व है कि बच्चों को ‘परीक्षाओं की खातिर आने को नहीं कहा जाए।’

कुमार ने इस बात पर बल दिया कि मूल्यांकन एवं परिणाम घोषणा बस बच्चों की शिक्षण क्षमताओं के मूल्यांकन के लिए ही हो।

उन्होंने यह भी कहा कि नतीजे में पिछड़ने वालों की समस्या अगले अकादमिक वर्ष की शुरुआत के दौरान सेतु पाठ्यक्रम के रूप में दूर की जाएगी।

मंत्री ने कहा कि पहली से सातवीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए एक मई से 14 जून तक और आठवीं एवं नौवीं के लिए एक मई से 15 जुलाई तक ग्रीष्मावकाश होगा।

कुमार ने कहा कि एसएसएलसी परीक्षा या दसवीं की परीक्षा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 21 जून से पांच जुलाई के बीच होगी।

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