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विप्र फाउंडेशन देशभर में जी-जान से जुटा है सेवाकार्यों में

विप्र फाउंडेशन देशभर में जी-जान से जुटा है सेवाकार्यों में
विप्र फाउंडेशन देशभर में जी-जान से जुटा है सेवाकार्यों में

'दक्षिण भारत राष्ट्रमत' में प्रकाशित आलेख।

कोरोना काल में भी चैन से नहीं बैठा है विप्र फाउंडेशन

बेंगलूरु/कोलकाता/दक्षिण भारत। ब्राह्मण समुदाय के वैश्विक संगठन विप्र फाउंडेशन द्वारा गत वर्ष कोरोना पीड़ितों के लिए राहत कार्यों में उल्लेखनीय भूमिका निर्वहन करने के पश्चात इस वर्ष दूसरी लहर में पुनः सीमित संसाधनों के उपरान्त जो कार्य किये जा रहे हैं, वे अकल्पनीय हैं। विप्र फाउंडेशन के संस्थापक राष्ट्रीय संयोजक सुशील ओझा ने कहा कि संगठन की विभिन्न शाखाओं द्वारा प्रदत्त सेवाओं को देख गर्व महसूस होता है। उन्होंने विगत मात्र 50 दिनों के दौरान विप्र फाउंडेशन द्वारा समर्पित कुछ महत्वपूर्ण सेवाओं की जानकारी दी, जो उल्लेखनीय है….

* देश में 40 (25+15) स्थानों पर विप्र ऑक्सीजन बैंक की स्थापना व संचालन।

* जयपुर में राजस्थान सरकार द्वारा स्थापित बीलवा कोविड सेंटर में 500 बेड प्रदान।

* आर्थिक तंगी से त्रस्त परिवारों की छह कन्याओं के विवाह में 21000/- की शगुन राशि से किंचित सहयोग।

* कोविड से घिरे परिवारों को दोनों टाइम भोजन की उपलब्धता कराना।

* लॉक डाउन के चलते किसी को भूखा ना रहना पड़े, ऐसे लोगों हेतु सड़कों पर फूड पैकेट वितरण।

* सैकड़ों परिवारों को राशन किट डिस्ट्रीब्यूशन।

* गौमाता हेतु चारा अर्पण।

* पशु पक्षियों हेतु आहार व्यवस्था।

* सरकार के सहयोग से डोर-टू-डोर आयुर्वेदिक काढा वितरण।

* राहगीरों व अन्य प्राणियों के लिए जल मन्दिर की स्थापना।

* वृद्धाश्रम में व आमजन को आवश्यक दवा दान।

* दिव्यांगों द्वारा संचालित किचन में आर्थिक सहयोग।

सुशील ओझा ने कहा, इन कार्यों से यह स्पष्ट परिलक्षित होता है कि इस बात का कोई महत्व नहीं कि सेवा के लिए आपके पास कितने भौतिक संसाधन हैं। महत्व इस बात का है कि आपके पास कितना और कैसा मानव संसाधन है। विप्र फाउंडेशन के धरोहर स्वरूप कार्यकर्ताओं ने सिद्ध कर दिखाया कि उनके लिए कोई भी काम असंभव नहीं। निःस्वार्थ और निश्च्छल मन से किये गये संकल्पों को भगवान नारायण स्वयं पूर्ण करते हैं। देश में ब्राह्मण समाज की श्रेष्ठ संस्थाओं में से अग्रणी मानी जाने वाली विप्र फाउंडेशन संस्था परिवार के पास देश के कोने-कोने में जो अनमोल हीरे हैं, वही संस्था का सबसे बड़ा साधन और संसाधन हैं। यह एक ऐसी ताकत है जिसकी बदौलत आप कितना भी बड़ा और कठिन लक्ष्य आसानी से पूरा कर सकते हैं।

विप्र फाउंडेशन के अध्यक्ष महावीर प्रसाद शर्मा सोती ने इस संकट काल में भी जी जान से सेवा में जुटे समस्त सुसंस्कारित, समर्पित, निष्ठावान, दिव्य गुणों से आलोकित सदस्यों के प्रति शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा, इन सबको ईश्वर हजारी उम्र देवें, स्वस्थ रखें, ऐश्वर्यवान व यशवान बनाये रखें। यह विचार ठीक ऐसे समय निःसृत हो रहे हैं जब आज वैशाख शुक्ल चतुर्दशी की गोधूलि बेला है। कोरोना रूपी हिरण्यकश्यप का दुष्प्रभाव चरम पर है। भक्त प्रह्लाद रूपी समस्त कोरोना वारियर्स रात दिन इससे संघर्ष में जुटे हैं। शीघ्र ही भगवान नृसिंह कोरोना रूपी राक्षस से धरा को मुक्त करेंगे, इसके संहार हेतु जुटे कार्यकर्ताओं को अपने स्नेहिल आशीर्वाद से आप्लावित करेंगे, ऐसा मेरा पूर्ण विश्वास है। श्री नृसिंह विजयते। भक्त प्रह्लाद रूपी सभी सेवाव्रतियों की सदा जय हो।

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