बेंगलूरु/दक्षिण भारत। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देश के विभिन्न हिस्सों में हो रहे हिंसक प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस कड़ी मशक्कत कर रही है। इस बीच उपद्रवियों द्वारा वाहनों को आग लगाने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिसकर्मियों पर हमले की तस्वीरें देख देशभर में लोग विरोध के इस तरीके पर भी सवाल उठा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सामग्री में से एक वीडियो ऐसा भी है जिसे देखकर आप जरूर इस पुलिस अधिकारी की तारीफ करेंगे। दरअसल उग्र भीड़ को शांत कर नियंत्रित करने के लिए उन्होंने जो तरीका अपनाया, वह अनूठा और काबिले-तारीफ है।
इन पुलिस अधिकारी का नाम चेतन सिंह राठौड़ है जो बेंगलूरु (सेंट्रल) के डीसीपी हैं। वीडियो में देखा गया कि नागरिकता कानून के विरोध के नाम पर इकट्ठी हुई भीड़ को उन्होंने समझाते हुए कहा कि अगर भीड़ उग्र होती है तो उसमें छिपा हुआ कोई उसका फायदा उठाता है। इसके नतीजे में ‘पिटेंगे हम सब’।
अधिकारी द्वारा यह कहने के बाद भीड़ उनके समर्थन में तालियां बजाती है और कहती है- ‘सही बात, सही बात’। इसके बाद अधिकारी कहते हैं, अगर मुझ पर भरोसा है तो मैं एक गाना गाऊंगा और मेरे सारे देशवासी साथ खड़े होंगे।
पुलिस अधिकारी के यह कहने पर भीड़ खुशी से तालियां बजाती है। इसके बाद अधिकारी राष्ट्रगान शुरू करते हैं और उनके साथ-साथ भीड़ भी ‘जन गण मन…’ गाती है। सभी खुशी और जोश के माहौल में जोरों से ‘जय हे’ का उद्घोष कर राष्ट्रगान संपन्न करते हैं।
सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर इस वीडियो को खूब देखा गया और अधिकारी की तारीफ की गई। साथ ही प्रदर्शनकारियों से कहा गया कि वे बहकावे में आकर अपने देश को नुकसान न पहुंचाएं क्योंकि सीएए नागरिकता देने का कानून है, इसके जरिए किसी की भी नागरिकता रद्द नहीं की जा रही है।