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रेलवे बोर्ड ने 148 किलोमीटर की उपनगरीय रेल परियोजना को दी मंजूरी

रेलवे बोर्ड ने 148 किलोमीटर की उपनगरीय रेल परियोजना को दी मंजूरी

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। बेंगलूरु में यातायात के भारी दबाव से होने वाली परेशानियों के बीच एक खबर आपको राहत और खुशी दे सकती है। रेलवे बोर्ड ने 148 किलोमीटर की उपनगरीय रेल परियोजना को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी ने सोमवार को एक ट्वीट में इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा, ’बेंगलूरु उपनगरीय रेल को तेज गति प्रदान करने के लिए रेलवे बोर्ड ने आज बैठक की और अपनी मंजूरी दे दी है। इस संबंध में, मैं बेंगलूरु के लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि रेलमंत्री पीयूष गोयल और मैं यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास करेंगे कि इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा किया जाए्।’
उपनगरीय रेल परियोजना पर 16,000 करोड़ रुपए खर्च आने का अनुमान है। इसके चार गलियारे होंगे, जो अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास स्थित देवनहल्ली से लेकर व्हाइटफील्ड तक जुड़े होंगे। यह शहर का ऐसा हिस्सा है जहां कनेक्टिविटी को लेकर अक्सर मांग की जाती रही है। बेंगलूरु सेंट्रल से भाजपा सांसद पीसी मोहन ने सोशल मीडिया पर इस परियोजना की तारीफ की है। उन्होंने ट्वीट किया, ’बेंगलूरु के लिए बड़ी खबर: रेलवे बोर्ड ने आज बैठक की और बेंगलूरु उपनगरीय रेल परियोजना को मंजूरी दी। बेंगलूरु के सपने को हकीकत बनाने के लिए मैं रेल मंत्री पीयूष गोयल और रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी का बहुत आभारी हूं्।’
उन्होंने कहा, ’कल (मंगलवार) मैं अन्य सांसदों के साथ, अंगड़ी और रेलवे बोर्ड के अधिकारियों सहित मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा से मुलाकात करने और बेंगलूरु के लिए ड्रीम प्रोजेक्ट को अंतिम रूप देने के लिए जाऊंगा।’ उन्होंने उपनगरीय रेलवे परियोजना को ’वास्तविकता’ बनाने के प्रयासों के लिए गोयल और अंगड़ी को श्रेय दिया। बता दें कि कर्नाटक की राजधानी भारत की सिलिकॉन सिटी भी कही जाती है, लेकिन यहां यातायात का भारी दबाव कई चुनौतियां उत्पन्न करता है। यातायात दबाव के कारण कई बार छोटी दूरी की यात्रा में भी काफी समय लग जाता है। ज्यादा आवाजाही की अवधि में तो सड़कों पर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। ऐसे में लोग उपनगरीय रेलवे को मजबूत विकल्प के तौर पर प्रस्तुत करने की मांग करते रहे हैं्।

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