भारत में ओमीक्रोन के मामले बढ़कर 415 हुए

ओमीक्रोन के सबसे अधिक 108 मामले महाराष्ट्र में सामने आए


नई दिल्ली/भाषा। भारत में अभी तक कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के कुल 415 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 115 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या देश छोड़कर चले गए हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार को सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, ओमीक्रोन के सबसे अधिक 108 मामले महाराष्ट्र में सामने आए। इसके बाद दिल्ली में 79, गुजरात में 43, तेलंगाना में 38, केरल में 37, तमिलनाडु में 34 और कर्नाटक में 31 मामले सामने आए।

आंकड़ों के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटे में 7,189 नए मामले आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,47,79,815 पर पहुंच गई है जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 77,032 हो गई है। इस बीमारी से 387 और मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,79,520 हो गई है। कोरोना वायरस के रोज आने वाले नए मामले पिछले 58 दिनों से 15,000 से कम हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.22 प्रतिशत है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर 98.40 प्रतिशत है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है। कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में पिछले 24 घंटों में 484 मामलों की कमी दर्ज की गई है। संक्रमण की दैनिक दर 0.65 प्रतिशत है। यह पिछले 82 दिनों से दो प्रतिशत से कम रही है। साप्ताहिक संक्रमण दर भी 0.60 प्रतिशत दर्ज की गई और यह पिछले 41 दिनों से एक प्रतिशत से कम बनी हुई है।

इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,42,23,263 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.38 प्रतिशत है। देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 141.01 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।

देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

देश-दुनिया के समाचार FaceBook पर पढ़ने के लिए हमारा पेज Like कीजिए, Telagram चैनल से जुड़िए

About The Author: Dakshin Bharat