पहली बार भारत की मिट्टी की सुगंध वाली शिक्षा नीति लाने का काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया है: शाह

'गायत्री मंत्र का वेद सम्मत उच्चारण आपके जीवन को परिवर्तित कर देगा'


हरिद्वार/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को हरिद्वार में शांतिकुंज स्वर्ण जयंती वर्ष व्याख्यान माला को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के मन में भ्रांति है कि देश को 75 वर्ष हो रहे हैं। यह देश चिर सनातन है, इसकी गणना कोई कर ही नहीं सकता है। परंतु राजनीतिक रूप से अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिलने के बाद अब देश को 75 वर्ष हो रहे हैं, जिसका हम अमृत महोत्सव मना रहे हैं।

शाह ने कहा कि यह वर्ष गायत्री तीर्थ शांतिकुंज का स्वर्ण जयंती वर्ष तो है ही, परंतु साथ में देश की आजादी का अमृत महोत्सव भी है। मैं बहुत सोच-समझ कर देश की आजादी का शब्द प्रयोग कर रहा हूं।

शाह ने कहा कि शांतिकुंज हरिद्वार में करोड़ों बार गायत्री मंत्र के उच्चारण से एक दिव्य वातावरण का इस क्षेत्र में निर्माण हुआ है। उससे ऊर्जा और चेतना प्राप्त होती है। इससे व्यक्ति में आनंद भी बढ़ता है और उत्साह भी बढ़ता है।

शाह ने कहा कि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने विश्वभर में गायत्री मंत्र को प्रचारित किया, विश्व को उसकी महिमा बताई। इसके माध्यम से करोड़ों-करोड़ों लोगों के जीवन में परिर्वतन आया है।

शाह ने कहा कि गायत्री मंत्र का वेद सम्मत उच्चारण आपके जीवन को परिवर्तित कर देगा। हमारे सनातन धर्म में शरीर विज्ञान और प्रकृति के कई रहस्यों को बहुत ही सरल तरह से बनाकर रखा गया है।

शाह ने कहा कि बहुत लंबे समय के बाद देश में नई शिक्षा नीति भी लाई गई है। पहली बार भारत की मिट्टी की सुगंध वाली शिक्षा नीति लाने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है।

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