अबू सलेम को उम्र कैद की सजा आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ा कदम

अबू सलेम को उम्र कैद की सजा आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ा कदम

जयपुर। अबू सलेम को सजा सुनाई गई तो एक केंद्रीय मंत्री को ब्लास्ट की तस्वीरें फिर से याद आ गईं। ये केंद्रीय मंत्री मुंबई ब्लास्ट के साक्षी रहे हैं, उन्होंने ब़डे नजदीक से ब्लास्ट के विध्वंस को देखा है।अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम को गुरुवार को विशेष टाडा अदालत ने सजा सुना दी है। इस सजा के बाद केंद्रीय मंत्री केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जाव़डेकर ने इसे आतंकवाद के खिलाफ एक ब़डा कदम बताया।केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जाव़डेकर ने गुरुवार को जयपुर में कहा कि अबू सलेम को उम्र कैद की सजा सुनाना आतंकवाद के खिलाफ ब़डा कदम है। उन्होंने कहा कि जिस वक्त बम बलास्ट हुआ मैं उसका साक्षी था। एक अखबार के दफ्तर के नजदीक ही हमारा कार्यालय था। धमाके दिल दहला देने वाले थे।उन्होंने कहा कि मुम्बई बम ब्लास्ट के बाद से ही आतंकवाद के खिलाफ ब़डे कदम की जरूरत थी, अबू सलेम को उम्र कैद एक ब़डा कदम है। उन्होंने जयपुर में एक निजी यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में कहा कि बच्चों को अपने माता पिता का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने इसके साथ ही मुंबई ब्लास्ट पर भी अपने अनुभव शेयर किए।गौरतलब है कि १९९३ के मुंबई बम ब्लास्ट केस में अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम सहित पांच अन्य दोषियों को विशेष टाडा कोर्ट ने सजा सुना दी है। सीबीआई ने पांच दोषियों में से तीन को मृत्युदंड और अबू सलेम सहित दो को उम्रकैद की सजा देने की मांग की थी। जिसके बाद कोर्ट ने अबू सलेम को उम्र कैद की सजा सुनाई है।इससे पहले मामले में सुनवाई करते हुए विशेष टाडा कोर्ट ने अबु सलेम और ५ आरोपियों को दोषी करार दिया था। इस मामले में सातवें आरोपी अब्दुल कय्यूम को कोर्ट ने पर्सनल बॉन्ड पर बरी कर दिया था। अबू सलेम को कोर्ट फांसी की सजा नहीं दे सकता है। उल्लेखनीय है कि २००५ में पुर्तगाल ने अबु सलेम को प्रत्यर्पण संधि के तहत भारत को सौंपा था।

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